देश में फेसबुक (Facebook) को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के मध्य जुबानी जंग जारी है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को एक बार फिर आरोप लगाते हुए कहा कि फेसबुक और व्हॉट्सएप देश के लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव पर हमला कर रहे हैं. इससे पहले, कांग्रेस ने फेसबुक द्वारा बीजेपी नेताओं के हेट स्पीच को कथित तौर पर नजरअंदाज करने के मामले में मार्क जुकरबर्ग को पत्र लिखा था. 15 दिन कांग्रेस की तरफ से दूसरी बार चिट्ठी लिखी है.
राहुल गांधी ने अमेरिकी अखबार 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' की रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए लिखा, "अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भारत के लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव पर फेसबुक और व्हॉट्सएप के हमले को पूरी तरह से उजागर किया है. हमारे देश के मामलों में किसी को भी, चाहे वो कोई विदेशी कंपनी ही क्यों न हो, हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी सकती है. उनकी तुरंत जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर सजा मिलनी चाहिए.
International media have fully exposed Facebook's & WhatsApp's brazen assault on India's democracy & social harmony.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 1, 2020
No one, let alone a foreign company, can be allowed to interfere in our nation's affairs.
They must be investigated immediately & when found guilty, punished. pic.twitter.com/5tRw797L2y
बता दें कि हाल ही में अमेरिकी अखबार 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी हेड अंखी दास (Ankhi Das) को लेकर दावे किए हैं. खबर के मुताबिक, फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी हेड अंखी दास ने पिछले कई सालों में पोस्ट के माध्यम से सत्ताधारी दल बीजेपी का समर्थन किया है.
दास ने 2014 के आम चुनाव में कांग्रेस की हार और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए एक पोस्ट में कहा था, "आखिरकार, 30 साल की जमीनी मेहनत से भारत को स्टेट सोशलिज्म से मुक्ति मिल गई." अखबार ने कहा कि ये सभी पोस्ट 2012 से 2014 के दौरान के हैं और ये पोस्ट फेसबुक कर्मचारियों के लिए बनाए गए ग्रुप में किए गए थे. इसमें कंपनी के सैकड़ों कर्मचारी शामिल थे.
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