रामदास आठवले (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्रिमंडल में हाल में शामिल हुये और दलित नेता रामदास आठवले ने गुजरात में दलितों पर हमला जैसी घटनाओं को फिर से नहीं दुहराये जाने पर जोर देते हुये कहा है कि ‘गउ रक्षा जरूरी है लेकिन इंसानों की रक्षा कौन करेगा।’’ उन्होंने कहा कि सिर्फ कानून से यह सुनिश्चित नहीं होगा कि दलितों के खिलाफ अपराध नहीं हो। उन्होंने सलाह दिया कि अंतरजातीय शादियों को बढ़ावा देने से समाज में जातिवाद को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
यहां पर एक कार्यक्रम से इतर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी को साथ काम करना चाहिए और किसी को चीजों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केवल कानून से यह सुनिश्चित नहीं हो सकेगा कि दलितों के खिलाफ अपराध नहीं हो। इसके लिए लोगों को साथ काम करने की जरूरत है। कानून अपना काम करेगा। जब तक समाज में बदलाव नहीं होता अंतरजातीय शादी को बढ़ावा देना चाहिए, जब तक समाज के दो पक्षों को साथ लाने का प्रयास नहीं किया जाता, मुझे लगता है कि तब तक जातिवाद खत्म नहीं होगा।’’
गुजरात में एक मृत गाय की खाल उतारे जाने पर दलितों पर हमले को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए।
सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण राज्य मंत्री आठवले ने कहा, ‘‘संदेश यह जाना चाहिए कि दलित भी इस देश के नागरिक हैं। उनका भी सम्मान किया जाना चाहिए। ‘गउ रक्षा जरूरी है लेकिन इंसानों की रक्षा कौन करेगा। लोगों को इस तरह हमला करने का अधिकार नहीं है।’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहां पर एक कार्यक्रम से इतर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी को साथ काम करना चाहिए और किसी को चीजों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केवल कानून से यह सुनिश्चित नहीं हो सकेगा कि दलितों के खिलाफ अपराध नहीं हो। इसके लिए लोगों को साथ काम करने की जरूरत है। कानून अपना काम करेगा। जब तक समाज में बदलाव नहीं होता अंतरजातीय शादी को बढ़ावा देना चाहिए, जब तक समाज के दो पक्षों को साथ लाने का प्रयास नहीं किया जाता, मुझे लगता है कि तब तक जातिवाद खत्म नहीं होगा।’’
गुजरात में एक मृत गाय की खाल उतारे जाने पर दलितों पर हमले को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए।
सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण राज्य मंत्री आठवले ने कहा, ‘‘संदेश यह जाना चाहिए कि दलित भी इस देश के नागरिक हैं। उनका भी सम्मान किया जाना चाहिए। ‘गउ रक्षा जरूरी है लेकिन इंसानों की रक्षा कौन करेगा। लोगों को इस तरह हमला करने का अधिकार नहीं है।’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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