हरसिमरत कौर ने कहा, गुरु साहब की कृपा से 70 साल बाद करतारपुर का रास्ता खुलने के हालात बन रहे हैं.
पुलवामा आतंकवादी हमले के ठीक एक महीने बाद भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच बैठक हुई. यह बैठक भारतीय सीमा के अंतर्गत अटारी के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) पर आयोजित हुई. इस बैठक में भारत की तरफ से गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय उच्च प्राधिकरण व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए. वहीं पाकिस्तान की तरफ से विदेश कार्यालय के दक्षिण एशिया महानिदेशक मोहम्मद फैसल की अगुवाई में 18 सदस्यीय दलों ने हिस्सा लिया. इस बैठक में करतारपुर गलियारे पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच रचनात्मक वार्ता हुई, दोनों देशों ने करतारपुर गलियारा शीघ्र चालू करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई.
इन सब पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल एनडीटीवी इंडिया से खास बातचीत की. उन्होंने कहा, 'आज हमारे सिख कैलेंडर के हिसाब से नया साल शुरू होता है. इस नए साल के मुबारक दिन पर दोनों देशों की सरकारों के बीच बात हो रही है. गुरु साहब की कृपा से 70 साल बाद वे इसे हकीकत में तब्दील होते देख रहे हैं और गुरु साहब कृपा करें कि जैसे कॉरिडोर इधर बन रहा है वैसे उधर भी बने जिससे मेरे जैसे करोड़ों सिखों को वहां नतमस्तक गुरु साहब कराएं.'
करतारपुर कॉरिडोर को शुरू करने को लेकर दोनों देशों के बीच बनी सहमति, अगली बैठक दो अप्रैल को
जब उनसे पूछा गया कि क्या करतारपुर से दोनों देशों के रिश्ते सुधरेंगे? उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि जब 550 साल पहले गुरु नानक साहब ने इस धरती पर प्रकाश किया था उस समय में वह जगत गुरु के रूप में उभर कर आए. दुनिया के, देश के कोने कोने में जाकर धर्मों को देशों को जोड़ने का उन्होंने काम किया और यही आज के दिन इस चीज की ही जरूरत है.
VIDEO : करतारपुर गलियारे पर अगली बैठक दो अप्रैल को
करतारपुर का श्रेय किसको, मोदी सरकार या सिद्धू को के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'क्रेडिट सिर्फ गुरु नानक साहब को जाता है जिनकी रजा के बिना 70 साल तक यह कोई नहीं कर सका.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं