भारतीय नौसेना वाणिज्यिक माल्टा जहाज को बचाने के लिए आगे आई है जिसका कथित तौर पर अरब सागर में अपहरण कर लिया गया है. मेडे की चेतावनी मिलने के बाद, भारतीय नौसेना ने तुरंत अपने युद्धपोत को एमवी रूएन की सहायता के लिए निर्देशित दिया. माल्टा की मदद के लिए भारतीय नौसेना के एक समुद्री गश्ती विमान और एंटी पाइरेसी गश्त पर तैनात युद्धपोत को तुरंत डायवर्ट कर दिया गया है.
18 चालक दल के साथ जहाज ने यूकेएमटीओ पोर्टल, पीएम 14 दिसंबर 23 पर एक मेडे संदेश भेजा था, जिसमें लगभग छह अज्ञात कर्मियों के सवार होने का संकेत दिया गया था. इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया करते हुए, भारतीय नौसेना ने अपने नौसेना समुद्री गश्ती विमान को निगरानी पर रखा है.
भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि एमवी रूएन का पता लगाने और उसकी सहायता के लिए क्षेत्र और उसका युद्धपोत खाड़ी अदन में एंटी पाइरेसी गश्त पर हैं. जारी बयान में आगे कहा गया है कि नेवी के एक वारशिप ने अपहरण किए गए जहाज का पता लगा लिया है और हम उसपर नजदीकी से नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि जहाज एमवी रीउन सोमालिया की ओर जा रहा था जब गुरुवार को उस पर हमला हुआ. यूके के समुद्री व्यापार संचालन ने कहा कि चालक दल ने जहाज पर नियंत्रण खो दिया है.
बता दें कि जहाज एमवी रीउन सोमालिया की ओर जा रहा था जब गुरुवार को उस पर हमला हुआ. यूके के समुद्री व्यापार संचालन ने कहा कि चालक दल ने जहाज पर नियंत्रण खो दिया है.
किसी जहाज पर कब्ज़ा करने की यह घटना 2017 के बाद से सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा की गई सबसे बड़ी घटना है.कई देशों द्वारा समुद्री डकैती विरोधी प्रयासों के बाद अदन की खाड़ी और हिंद महासागर में इस तरह की बरामदगी रोक दी गई है।
यूके समुद्री निकाय ने सोमालिया के पास अरब सागर में यात्रा करते समय जहाजों को अलर्ट पर रहने की सलाह दी है क्योंकि क्षेत्र में एक समुद्री डाकू सक्रिय हैं.जारी चेतावनी में कहा गया है कि जहाजों को सावधानी से पारगमन करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की सलाह दी जाती है.
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