खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के छह देशों को भारत का निर्यात 2021-22 में सालाना आधार पर 44 प्रतिशत बढ़कर लगभग 43.9 अरब डॉलर हो गया. वित्त वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 27.8 अरब डॉलर था. निर्यातकों के शीर्ष संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (Federation of Indian Export Organisations, FIEO) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि निर्यात में 68 प्रतिशत वृद्धि के साथ खाड़ी देशों में यूएई कुल मूल्य के आधार पर शीर्ष पर रहा. फियो ने बताया कि भारत के दूसरे सबसे बड़े व्यापार साझेदार और निर्यात के लिहाज से सबसे बड़े साझेदार यूएई को निर्यात बीते वित्त वर्ष में बढ़कर 28 अरब डॉलर पर पहुंच गया. यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2020-21 में 16.7 अरब डॉलर था.
जीसीसी की स्थापना मई, 1981 में हुई थी. इसके सदस्य सऊदी अरब, बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर और यूएई हैं.
फियो ने बयान में कहा कि जीसीसी को कागज और संबद्ध उत्पादों का निर्यात 2021 में 63.8 करोड़ डॉलर तक पहुंच गया. इसमें यूएई की हिस्सेदारी 38.6 करोड़ डॉलर रही.
फियो के महानिदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय सहाय ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2021-22 में जीसीसी को हमारा निर्यात प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है. यूएई के अलावा, हमारा निर्यात सऊदी अरब में 49 प्रतिशत, ओमान में 33 प्रतिशत, कतर में 43 प्रतिशत, कुवैत में 17 प्रतिशत और बहरीन में 70 प्रतिशत बढ़ा.
कागज उद्योग के मामले में भारत की जीसीसी में 16 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है और इसे 2027 तक बढ़ाकर 25 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य है.
भारत और यूएई ने इस साल फरवरी में सीईपीए (व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता) पर हस्ताक्षर किए थे, जो एक मई, 2022 को लागू हुआ.
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