भारत अमेरिकी पर्यटकों को आगमन पर वीजा सुविधा देने के प्रस्ताव पर काम कर रहा है। यह उन बड़ी घोषणाओं में से एक है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 26 सितंबर को शुरू होने वाले उच्चस्तरीय अमेरिकी दौरे के दौरान की जा सकती हैं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, आगमन पर वीजा के प्रस्ताव से जुड़ा कार्य पूरा करने के लिए गृह मंत्रालय अतिरिक्त समय (ओवरटाईम) में काम कर रहा है, ताकि प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले समय रहते इसे अंतिम रूप दिया जा सके।
सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय पर्यटन मंत्रालय के साथ विमर्श करते हुए पर्यटक आगमन पर वीजा के मुद्दे पर काम कर रहा है। इसके तहत वीजा उन अमेरिकी नागरिकों को दिया जा सकता है, जिनका आवास या कोई पेशा भारत में नहीं है और उनका भारत के दौरे पर आने का एकमात्र उद्देश्य विश्राम, पर्यटन, दोस्तों और संबंधियों आदि से मिलने के लिए अनौपचारिक यात्रा करना हो।
नए प्रस्ताव के तहत, यहां रुकने की अवधि 30 दिन रहने की संभावना है। इस प्रस्ताव पर अभी काम किया जा रहा है। प्रारंभिक तौर पर, पर्यटक आगमन पर वीजा की इस सुविधा की शुरुआत जनवरी 2010 में पांच देशों के नागरिकों के लिए की गई थी और अब यह सुविधा 11 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्ध है। ये देश हैं- फिनलैंड, जापान, लग्जमबर्ग, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कंबोडिया, वियतनाम, फिलीपीन्स, लाओस, म्यांमा, इंडोनेशिया और दक्षिणी कोरिया।
हालांकि रणनीतिक सहयोगी होने के बावजूद भारत और अमेरिका के नागरिकों के लिए दोनों देशों में पर्यटक आगमन पर वीजा की कोई सुविधा नहीं है। कुछ आकलनों के अनुसार, फिलहाल प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख अमेरिकी पर्यटक आते हैं।
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