कोरोनावायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) के बीच देश में फंसे पाकिस्तानी नागरिकों को भारत सरकार ने बड़ी राहत दी है. भारत सरकार ने पाकिस्तान के 193 नागरिकों को वाघा बार्डर के ज़रिए अपने मुल्क वापस लौटने की इजाज़त दे दी है. पाकिस्तान (Pakistan) के अनुरोध पर भारत (India) ने यह कदम उठाय़ा है. पाकिस्तानी नागरिक 5 मई को वाघा सीमा पार करके अपने देश जाएंगे. पाकिस्तानी नागरिक लॉकडाउन और वाघा सीमा बंद होने की वजह से भारत के अलग अलग हिस्सों में फंसे हैं.
विदेश मंत्रालय ने अपने पत्र में कहा कि पाकिस्तान उच्चायोग ने देशभर में फंसे पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिेये 5 मई 2020 को सुबह 10 बसे वापस पाकिस्तान भेजने के लिए मदद मांगी है. सभी वापस जाने वाले पाकिस्तानी नागरिकों की अंतरराष्ट्रीय नियमों और भारत के मौजूदा प्रावधानों के तहत स्क्रीनिंग की जाए और केवल उन्हीं लोगों को जाने की अनुमति दी जाए, जिनमें कोरोनावायरस के लक्षण नहीं हों.
बता दें कि कुछ दिन पहले देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में फंसी कुछ पाकिस्तानी महिलाओं ने भारत सरकार से वापस जाने की इजाजत देने की मांग की थी. महिलाओं ने कहा था कि वे 30 दिन से मुंबई में फंसी हुई हैं और उनके पैसे खत्म हो चुके हैं. पाकिस्तान उच्चायोग ने हमारा काफी सपोर्ट किया है. उन्होंने वीजा की अवधि बढ़ाने के लिए और कुछ पाकिस्तानी लोगों को वापस भेजने के लिए भारत सरकार का शुक्रिया किया था. साथ ही दोनों सरकारों से अपील की थी कि जितनी जल्दी हो उन्हें घर भेजा जाए.
इससे पहले भी, पाकिस्तान के 41 नागरिकों को वाघा बॉर्डर के जरिये पाकिस्तान भेजा गया था. रेल, हवाई समेत अन्य सेवाओं के बंद होने के चलते पाकिस्तानी नागरिक भारत में फंस गए थे. पाकिस्तान सरकार ने भारत से अपने नागरिकों की वतन वापसी का अनुरोध किया था. भारत ने इसे स्वीकार कर लिया था, जिसके बाद आज (गुरुवार) सभी नागरिक 16 अप्रैल को वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते अपने मुल्क लौट गए.
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