कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि संसद परिसर में महात्मा गांधी, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर और कुछ अन्य महापुरुषों की प्रतिमाएं एक स्थान से हटाकर दूसरे स्थान पर ले जाने से जुड़े मुद्दे को ‘इंडिया' गठबंधन संसद के आगामी सत्र के दौरान उठाएगा. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर के एक पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए यह जानकारी दी. संसद सत्र आगामी 24 जून से आरंभ हो रहा है. 18वीं लोकसभा की यह पहली बैठक होगी.
थरूर ने कहा, ‘‘संविधान में संसद कार्यपालिका के समान ही एक संप्रभु अंग है. यह सदस्यों की संपत्ति है. माना जाता है कि प्रतिमाओं और चित्रों से संबंधित एक समिति होती है जो इन मामलों पर निर्णय लेती है. अब कई वर्षों से इसका पुनर्गठन नहीं किया गया है. इसकी अनुपस्थिति में इन सभी मामलों पर निर्णय कौन ले रहा है?''
उन्होंने कहा, ‘‘कार्यपालिका को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है. आदर्श रूप से नए सदन और समिति को इस प्रस्ताव पर चर्चा करनी चाहिए थी और निर्णय लेना चाहिए था. सरकार ने यह कदम उठाकर संसद के विशेषाधिकारों का हनन किया है.''
इस पर रमेश ने कहा, ‘‘आप शत प्रतिशत सही हैं. जब संसद जल्द ही दोबारा बैठेगी तो ‘इंडिया' को इसे (मुद्दे को) उठाने पर पर विचार करना चाहिए और वह ऐसा करेगा भी. यहां तक कि ‘एनडीए' गठबंधन (राजग) के भी कई सांसदों ने मुझसे इस बारे में बात की है.''
रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जी7 शिखर सम्मेलन में उपस्थिति को लेकर पोस्ट किया, ‘‘ इटली में जी7 संवाद कार्यक्रम में अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, भारत, जॉर्डन, केन्या, मॉरिटानिया, ट्यूनीशिया, तुर्किये, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात और वेटिकन सिटी को आमंत्रित किया गया था.''
उन्होंने दावा किया, ‘‘केवल भारत के ‘एक तिहाई प्रधानमंत्री' ही यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने जी7 शिखर सम्मेलन को संबोधित किया और उनके उदास और हताश समर्थक दिखा रहे हैं कि वह आकर्षण के केंद्रबिंदु थे.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं