मायावती के भाई आनंद कुमार से संबद्ध कंपनियों में की जा गई पड़ताल.(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
आयकर विभाग ने शुक्रवार को बसपा प्रमुख मायावती के भाई आनंद कुमार से जुड़ी फर्मों व कारोबारों के दर्जन भर परिसरों में जांच पड़ताल की. अधिकारियों का कहना है कि सर्वे की यह कार्रवाई दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में की जा रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''कुमार व उनके सहयोगियों की कंपनियों के साथ करीबी कारोबारी रिश्ते रखने वाली कुछ कारोबारी इकाइयों व बिल्डरों के खिलाफ भी सर्वे व सत्यापन की कार्रवाई की जा रही है. ऐसा माना जाता है कि इन इकाइयों ने शेयर पूंजी, शेयर प्रीमियम के रूप में अच्छा खासा निवेश किया है.' इस तरह के सौदों की वास्तविकता की जांच की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग की सर्वे की कार्रवाई के तहत किसी इकाई के केवल व्यावसायिक परिसर में ही जांच पड़ताल की जाती है. यानी इसके तहत संबद्ध इकाई के आवासीय परिसरों में कोई कार्रवाई नहीं की जाती. अधिकारियों का कहना है कि सर्वे कार्रवाई के तहत विभाग कुमार व अन्य से जुड़ी इकाइयों द्वारा किए गए वित्तीय लेन देन की सत्यता की पुष्टि कर रहा है. अधिकारी अचल संपत्तियों में किए गए निवेश व उसके स्रोत की जानकारी जुटा रहे हैं.
अधिकारियों के अनुसार एक अन्य अभियान के तहत विभाग दिल्ली के एक समूह के खिलाफ पड़ताल कर रहा है जो कि मेंथा कारोबार की वैश्विक कंपनी है. यह कंपनी देश की प्रमुख कमोडिटी डीलर है और दालों की सबसे बड़ी आयातक फर्मों में से एक है. इस मामले में दिल्ली, गांधीधाम, लखनऊ, भिवाड़ी व बाराबंकी में तलाशी ली गई है. आरोप है कि कर निर्धारित्री ने फर्जी खरीद व कम बिक्री दिखाते हुए एनसीडीईएक्स व एमसीएक्स पर बेनामी कारोबार के जरिए कर चोरी की.
इसके अलावा आयकर विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में मुखौटा कंपनियों पर छापे मारे. यह छापे 100 करोड़ रुपये से अधिक के कथित कालाधन से परिचालित शेल कंपनियों के खिलाफ प्रमुख शहरों में मारे गए. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के 31 मार्च को खत्म होने के बाद यह लगातार दूसरा दिन है जब आयकर विभाग ने देशभर में छापे मारे हैं. यह योजना कालाधन के नोटबंदी के बाद कालेधन का खुलासा करने के लिए शुरू की गई थी.
आयकर विभाग के एक वरिष्ठ कर्मचारी ने बताया कि विभाग कर्मियों ने मुंबई के आभूषण विक्रेता एवं उसके सहयोगियों के सात परिसरों में छापा मारा. इन्होंने नोटबंदी के बाद छह करोड़ रपये की नकद राशि सृजित की थी. इसके अलावा आयकर विभाग ने हैदराबाद की एक चिट फंड कंपनी के 25 परिसरों की भी छानबीन की जिसने नोटबंदी के बाद 80 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकद राशि एकत्रित की है.
विभाग ने दिल्ली और आसपास के इलाकों कालाधन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों और रीयल एस्टेट डेवलपरों के यहां भी छापे मारे. विभाग ने मायावती के भाई आनंद कुमार की तरह के 33 छापे चेन्नई में भी मारे, साथ ही तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर के परिसरों की भी तलाशी ली.
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग की सर्वे की कार्रवाई के तहत किसी इकाई के केवल व्यावसायिक परिसर में ही जांच पड़ताल की जाती है. यानी इसके तहत संबद्ध इकाई के आवासीय परिसरों में कोई कार्रवाई नहीं की जाती. अधिकारियों का कहना है कि सर्वे कार्रवाई के तहत विभाग कुमार व अन्य से जुड़ी इकाइयों द्वारा किए गए वित्तीय लेन देन की सत्यता की पुष्टि कर रहा है. अधिकारी अचल संपत्तियों में किए गए निवेश व उसके स्रोत की जानकारी जुटा रहे हैं.
अधिकारियों के अनुसार एक अन्य अभियान के तहत विभाग दिल्ली के एक समूह के खिलाफ पड़ताल कर रहा है जो कि मेंथा कारोबार की वैश्विक कंपनी है. यह कंपनी देश की प्रमुख कमोडिटी डीलर है और दालों की सबसे बड़ी आयातक फर्मों में से एक है. इस मामले में दिल्ली, गांधीधाम, लखनऊ, भिवाड़ी व बाराबंकी में तलाशी ली गई है. आरोप है कि कर निर्धारित्री ने फर्जी खरीद व कम बिक्री दिखाते हुए एनसीडीईएक्स व एमसीएक्स पर बेनामी कारोबार के जरिए कर चोरी की.
इसके अलावा आयकर विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में मुखौटा कंपनियों पर छापे मारे. यह छापे 100 करोड़ रुपये से अधिक के कथित कालाधन से परिचालित शेल कंपनियों के खिलाफ प्रमुख शहरों में मारे गए. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के 31 मार्च को खत्म होने के बाद यह लगातार दूसरा दिन है जब आयकर विभाग ने देशभर में छापे मारे हैं. यह योजना कालाधन के नोटबंदी के बाद कालेधन का खुलासा करने के लिए शुरू की गई थी.
आयकर विभाग के एक वरिष्ठ कर्मचारी ने बताया कि विभाग कर्मियों ने मुंबई के आभूषण विक्रेता एवं उसके सहयोगियों के सात परिसरों में छापा मारा. इन्होंने नोटबंदी के बाद छह करोड़ रपये की नकद राशि सृजित की थी. इसके अलावा आयकर विभाग ने हैदराबाद की एक चिट फंड कंपनी के 25 परिसरों की भी छानबीन की जिसने नोटबंदी के बाद 80 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकद राशि एकत्रित की है.
विभाग ने दिल्ली और आसपास के इलाकों कालाधन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों और रीयल एस्टेट डेवलपरों के यहां भी छापे मारे. विभाग ने मायावती के भाई आनंद कुमार की तरह के 33 छापे चेन्नई में भी मारे, साथ ही तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर के परिसरों की भी तलाशी ली.
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