राजस्थान में एसीबी के छापे में जब्त की गई रिश्वत की राशि।
जयपुर:
राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई में 3.8 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। इसके अलावा एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। इससे पूरे राज्य में खलबली मच गई है।
राजस्थान के सबसे सीनियर आईएएस अफसरों में से एक खनन विभाग के प्रमुख सचिव अशोक सिंघवी के घर एसीबी ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि वह खनन महकमे में चल रहे वसूली रैकेट के मास्टरमाइंड रहे हैं। बताया जाता है कि पहले अच्छी कमाई करने वाली खानों के बही-खाते देखे जाते थे और फिर किसी बहाने उन खदानों को बंद कर दिया जाता था। इसके बाद खान के मालिक या तो सिंघवी तक पहुंचते या फिर उदयपुर के एक कारोबारी संजय सेठी तक। बातचीत में खदान फिर से खोलने के लिए रकम तय होती थी।
सेठी के घर पर पकड़ा गया गिरोह
ऐसी ही एक डील में शेर खान दो करोड़ पचपन लाख रुपये लेकर संजय सेठी के घर पहुंचे। वहीं एसीबी ने उन्हें दबोच लिया और गिरोह रंगे हाथों पकड़ा गया। दरअसल 2 महीने से एसीबी इसकी निगरानी में लगी थी। राज्य के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि ' आरोपियों के फोन एसीबी ने टेप किए थे और जानकारी जुटाई जा रही थी। इसके बाद उन्हें पता चला कि पैसे का लेन-देन होना है। '
काली कमाई का होता था अफसरों में बंटवारा
एसीबी ने सेठी को शेर खान से पैसे लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। सेठी सिंघवी के लिए पैसे लेता था और दूसरे अफसरों को भी बांटता था। खनन विभाग के अतिरिक्त निदेशक रहे पंकज गहलोत एवं सीनियर माइंस इंजीनियर पुष्कर राज अमेता का नाम भी इस सिलसिले में आया है। अमेता को भी रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। उनके 14 बैंक एकाउंट हैं।
सिंघवी को पुलिस रिमांड पर भेजा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल नवदीप सिंह ने कहा कि उनके करियर में यह सबसे बड़ा सीज़र है। 1983 बैच के आईएएस अशोक सिंघवी दो बार खान विभाग में रहे हैं। उनका करियर ग्राफ भी अब तक अच्छे पदों पर रहने का रहा है। इस कार्रवाई के बाद वे सस्पेंड हो गए हैं। उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
राजस्थान के सबसे सीनियर आईएएस अफसरों में से एक खनन विभाग के प्रमुख सचिव अशोक सिंघवी के घर एसीबी ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि वह खनन महकमे में चल रहे वसूली रैकेट के मास्टरमाइंड रहे हैं। बताया जाता है कि पहले अच्छी कमाई करने वाली खानों के बही-खाते देखे जाते थे और फिर किसी बहाने उन खदानों को बंद कर दिया जाता था। इसके बाद खान के मालिक या तो सिंघवी तक पहुंचते या फिर उदयपुर के एक कारोबारी संजय सेठी तक। बातचीत में खदान फिर से खोलने के लिए रकम तय होती थी।
सेठी के घर पर पकड़ा गया गिरोह
ऐसी ही एक डील में शेर खान दो करोड़ पचपन लाख रुपये लेकर संजय सेठी के घर पहुंचे। वहीं एसीबी ने उन्हें दबोच लिया और गिरोह रंगे हाथों पकड़ा गया। दरअसल 2 महीने से एसीबी इसकी निगरानी में लगी थी। राज्य के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि ' आरोपियों के फोन एसीबी ने टेप किए थे और जानकारी जुटाई जा रही थी। इसके बाद उन्हें पता चला कि पैसे का लेन-देन होना है। '
काली कमाई का होता था अफसरों में बंटवारा
एसीबी ने सेठी को शेर खान से पैसे लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। सेठी सिंघवी के लिए पैसे लेता था और दूसरे अफसरों को भी बांटता था। खनन विभाग के अतिरिक्त निदेशक रहे पंकज गहलोत एवं सीनियर माइंस इंजीनियर पुष्कर राज अमेता का नाम भी इस सिलसिले में आया है। अमेता को भी रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। उनके 14 बैंक एकाउंट हैं।
सिंघवी को पुलिस रिमांड पर भेजा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त डायरेक्टर जनरल नवदीप सिंह ने कहा कि उनके करियर में यह सबसे बड़ा सीज़र है। 1983 बैच के आईएएस अशोक सिंघवी दो बार खान विभाग में रहे हैं। उनका करियर ग्राफ भी अब तक अच्छे पदों पर रहने का रहा है। इस कार्रवाई के बाद वे सस्पेंड हो गए हैं। उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
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