
पीएम मोदी अपनी मां हीराबेन के साथ (फाइल फोटो)
गांधीनगर:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को अचानक अपनी मां हीराबाई से मिलने गांधीनगर में अपने भाई के घर पहुंचे थे. नरेन्द्र मोदी आज गुजरात के दौरे पर हैं. उनके पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम में बनासकांठा के डीसा में चीज़ प्लांट का उद्घाटन करके जनसभा को संबोधित करके गांधीनगर में भाजपा मुख्यालय कमलम जाकर कार्यकर्ताओं से चर्चा करना तय था. लेकिन दोपहर करीब दो बजे मोदी जब गांधीनगर हेलीपैड पर उतरे तो सीधे कमलम जाने की बजाय अपनी मां से मिलने पहुंच गए. उनका घर पार्टी मुख्यालय के पास ही है. मोदी ने लंबे समय तक अपनी मां के साथ वक्त बिताया. करीब पौन घंटे वह अपनी मां के पास बैठे थे. किसी मीडिया को उनके इस कार्यक्रम की भनक तक नहीं लगने दी गई.
गौरतलब है कि पिछले ही महीने पीएम मोदी की मां हीराबेन जिन्हें हीराबा भी पुकारा जाता है, पुराने नोट बदलने के लिए गांधीनगर के बैंक के बाहर नज़र आईं थीं. 15 नवंबर को हीराबेन अपने घर के पास ही एक निजी बैंक में अपनी बारी का इंतज़ार करती दिखाई दे रही थीं. वह व्हीलचेयर पर थीं और उनके साथ कुछ रिश्तेदार थे. वह 4500 रुपये को नए नोटों से बदलने आई थीं. बाद में उन्होंने 2000 के नए नोट के साथ एक तस्वीर भी खिंचवाई थी.
उधर पीएम मोदी ने शनिवार को गुजरात के दीसा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए संसद में हंगामे का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति भी संसद में हो रहे हंगामे से दुखी हैं. इतने कि उन्हें सार्वजनिक रूप से सांसदों को टोकना पड़ा. राष्ट्रपति के टोकने के बाद भी संसद में हंगामा हुआ. पीएम ने कहा कि संसद में सरकार कह रही है कि पीएम बोलने के लिए तैयार हैं. लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं चाहता. क्योंकि झूठ टिकता नहीं है इसलिए विपक्ष चर्चा से भाग रहा है. मुझे लोकसभा में बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा इसलिए मैं जनसभा में बोल रहा हूं.
गौरतलब है कि पिछले ही महीने पीएम मोदी की मां हीराबेन जिन्हें हीराबा भी पुकारा जाता है, पुराने नोट बदलने के लिए गांधीनगर के बैंक के बाहर नज़र आईं थीं. 15 नवंबर को हीराबेन अपने घर के पास ही एक निजी बैंक में अपनी बारी का इंतज़ार करती दिखाई दे रही थीं. वह व्हीलचेयर पर थीं और उनके साथ कुछ रिश्तेदार थे. वह 4500 रुपये को नए नोटों से बदलने आई थीं. बाद में उन्होंने 2000 के नए नोट के साथ एक तस्वीर भी खिंचवाई थी.
उधर पीएम मोदी ने शनिवार को गुजरात के दीसा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए संसद में हंगामे का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति भी संसद में हो रहे हंगामे से दुखी हैं. इतने कि उन्हें सार्वजनिक रूप से सांसदों को टोकना पड़ा. राष्ट्रपति के टोकने के बाद भी संसद में हंगामा हुआ. पीएम ने कहा कि संसद में सरकार कह रही है कि पीएम बोलने के लिए तैयार हैं. लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं चाहता. क्योंकि झूठ टिकता नहीं है इसलिए विपक्ष चर्चा से भाग रहा है. मुझे लोकसभा में बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा इसलिए मैं जनसभा में बोल रहा हूं.
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