बेंगलुरु:
मेट्रो रेल, फ्लाईओवर, अंडरपास और सड़क चौड़ीकरण की वजह से बेंगलुरु शहर में ट्रैफिक अपने सबसे खराब दौर से गुज़र रहा है ऐसे में छोटी-छोटी बातों की वजह से बीच सड़क पर होने वाली तू तू मैं मैं से ट्रैफिक रुक जाता है और जाम इतना लम्बा होता है कि फिर उसे पटरी पर लाना मुश्किल हो जाता है।
ऐसे में बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने सड़क के बीच लड़ाई करते मोटर कार या दुपहिया वाहनों के चालकों और सवारों के ख़िलाफ़ अपराधिक मामला दर्ज करने का फैसला किया है। के.आर. पुरम में जब एक बाइक और कार सवारों के बीच ओवर टेक को लेकर झगड़ा शरू हुआ तो मामला हाथापाई तक आ पहुंचा।
लंबा ट्रैफिक जाम रिंग रोड पर लग गया। ट्रैफिक कन्ट्रोल रूम के मोनिटर पर जैसे ही लंबा ट्रैफिक जाम दिखा और ज़ूम करने पर 4 लोग लड़ते दिखे उन्हें फ़ौरन आईपीसी की धारा 160 के तहत गिरफ्तार करने का आदेश ट्रैफिक कमिशनर एम. सलीम ने दिया।
इस धारा के तहत ज़मानत सिर्फ मजिस्ट्रेट ही दे सकते हैं। चारो को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जिन्हें 350 रुपये के हिसाब से जुर्माना देकर रिहा कर दिया गया। हालांकि इस धारा के तेहत 1 महीने की जेल का भी प्रावधान है। बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस के आयुक्त डॉ. एम सलीम के मुताबिक रोड रेज पर काबू पाने के लिए ऐसा ज़रूरी हो गया है।
क्योंकि सिकुड़ती सड़क पर हर कोई अपनी मंजिल पर जल्दी पहुंचना चाहता है और इस जल्दबाज़ी में छोटी-छोटी बातों को लेकर शहर की सड़कों पर जाम लगना एक बड़ी चुनौती बन चुकी है और ये कई बार जानलेवा भी साबित होती है।
ऐसे में बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने सड़क के बीच लड़ाई करते मोटर कार या दुपहिया वाहनों के चालकों और सवारों के ख़िलाफ़ अपराधिक मामला दर्ज करने का फैसला किया है। के.आर. पुरम में जब एक बाइक और कार सवारों के बीच ओवर टेक को लेकर झगड़ा शरू हुआ तो मामला हाथापाई तक आ पहुंचा।
लंबा ट्रैफिक जाम रिंग रोड पर लग गया। ट्रैफिक कन्ट्रोल रूम के मोनिटर पर जैसे ही लंबा ट्रैफिक जाम दिखा और ज़ूम करने पर 4 लोग लड़ते दिखे उन्हें फ़ौरन आईपीसी की धारा 160 के तहत गिरफ्तार करने का आदेश ट्रैफिक कमिशनर एम. सलीम ने दिया।
इस धारा के तहत ज़मानत सिर्फ मजिस्ट्रेट ही दे सकते हैं। चारो को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जिन्हें 350 रुपये के हिसाब से जुर्माना देकर रिहा कर दिया गया। हालांकि इस धारा के तेहत 1 महीने की जेल का भी प्रावधान है। बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस के आयुक्त डॉ. एम सलीम के मुताबिक रोड रेज पर काबू पाने के लिए ऐसा ज़रूरी हो गया है।
क्योंकि सिकुड़ती सड़क पर हर कोई अपनी मंजिल पर जल्दी पहुंचना चाहता है और इस जल्दबाज़ी में छोटी-छोटी बातों को लेकर शहर की सड़कों पर जाम लगना एक बड़ी चुनौती बन चुकी है और ये कई बार जानलेवा भी साबित होती है।
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