भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अम्फन चक्रवात से संबंधित सटीक अनुमान मुहैया कराने के लिए उपलब्ध सभी हालिया जानकारी और नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया. विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने गुरुवार को कहा कि मौसम विभाग ने अम्फन चक्रवात पर सटीक अनुमान के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जो सार्थक साबित हुई. उन्होंने कहा कि आईएमडी ने चक्रवात के रास्ते, उसकी तीव्रता, तूफान के बढ़ने, इसके पहुंचने के समय और उससे जुड़े मौसम के बारे में सटीक पूर्वानुमान दिया.
महानिदेशक ने एक ऑनलाइन प्रेसवार्ता में कहा, 'मौसम विभाग ने अम्फन चक्रवात पर सटीक अनुमान के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया. हमने इसके रास्ते को लेकर साढ़े तीन दिन पहले ही अनुमान लगा लिया था.' उन्होंने यह भी कहा कि चक्रवात पर निगरानी रखने के लिए सैटेलाइट के अलावा विशाखापत्तनम में पूर्वी तट के साथ ही रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के चांदीपुर, गोपालपुर, पारादीप और कोलकाता के केंद्रों के डॉप्लर रडार के पूरे तंत्र का भी इस्तेमाल किया गया.
महापात्र ने कहा कि भयंकर चक्रवाती तूफान कमजोर हो गया और बुधवार को रात करीब साढ़े ग्यारह बजे बांग्लादेश की ओर बढ़ गया.उन्होंने कहा कि अभी पश्चिम बंगाल में चक्रवात का कोई प्रभाव नहीं रह गया है और इससे राहत एवं बचाव कार्य में सहायता मिलेगी. ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण भारी तबाही हुई.
पश्चिम बंगाल में पिछले 100 साल में आए सबसे भयंकर चक्रवात के कारण कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि हजारों लोग बेघर हो गए. वहीं, आईएमडी ने कहा कि असम, मेघालय और हिमाचल प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इन राज्यों में दूर-दराज के क्षेत्रों में तेज से मूसलाधार बारिश की भी संभावना है. पश्चिमी असम और पश्चिमी मेघालय में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं