देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच अच्छी खबर यह है कि हर रोज इस संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. देश में कोरोना संकट के बीच कोरोना वॉरियर्स पर हमलों की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ और अस्पतालों पर हो रहे हमलों से खासा नाराज है. IMA ने डॉक्टरों के साथ हो रही हिंसा के खिलाफ 23 अप्रैल को 'ब्लैक डे' मनाने की घोषणा की है.
IMA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर राजन शर्मा की ओर से देशभर के डॉक्टरों और अस्पतालों से 23 अप्रैल को 'ब्लैक डे' मनाने के लिए कहा गया है. डॉक्टर शर्मा की ओर से एक नोट जारी कर कहा गया है कि अगर सरकार व्हाइट अलर्ट के बाद भी डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ हो रही हिंसा पर केंद्रीय कानून लागू करने में विफल रहती है, तो आईएमए 23 अप्रैल को 'काला दिवस' घोषित करेगा. देश के सभी डॉक्टर काले बैज के साथ काम करेंगे.
If the govt fails to enact Central Law on violence against Doctors & Hospitals even after White Alert, IMA will declare Black Day on 23rd April. All doctors in the country will work with black badges: Indian Medical Association pic.twitter.com/9z1KAsflcO
— ANI (@ANI) April 20, 2020
आईएमए ने सरकार से मांग की है कि सुरक्षित कार्यस्थलों के लिए हमारी वैध जरूरतों को पूरा करना होगा. डॉक्टरों के साथ गाली-गलौज और हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए. व्हाइट अलर्ट के तहत सभी डॉक्टर व्हाइट कोट पहनकर 22 अप्रैल की रात 9 बजे मोमबत्ती जलाकर विरोध दर्ज कराएंगे. IMA की ओर से यह भी कहा गया है कि अगर 'ब्लैक डे' के बाद भी सरकार ने उनकी मांग को अनसुना किया तो वह जल्द आगे की रणनीति तैयार करेंगे.
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