नई दिल्ली:
केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस यदि जीतती है तो इसका श्रेय पार्टी महासचिव राहुल गांधी को मिलेगा और हारती है तो इसके लिए उन्हें ही जिम्मेदार माना जाएगा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख ने एक समाचार चैनल से साक्षात्कार में कहा, "यदि कांग्रेस की स्थिति सुधरती है तो निश्चित रूप से इसका श्रेय राहुल को मिलेगा..यदि विफल रहती है तो भविष्य में उन्हें और कड़ी मेहनत करनी होगी। भाषणों में यदि उन्होंने अपनी बात सही तरीके से नहीं रखी तो जनता उन्हें हाशिए पर डाल देगी।"
पूर्व कांग्रेस नेता पवार ने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में राहुल को जानबूझकर मुख्य प्रचारक के रूप में पेश करने का निर्णय लिया।
मंत्री ने कहा, "मैंने उनकी जनसभाएं नहीं देखी हैं। मुझे राजनीति के भविष्य को लेकर उनसे बातचीत का मौका नहीं मिला है। लेकिन एक चीज है जिसे मैं स्वीकार करता हूं कि वह आम आदमी की तरह यात्राएं करते हैं। वह कई जनसभाओं को सम्बोधित कर रहे हैं। लोग उन्हें किस रूप में ले रहे हैं, यह मैं तब तक नहीं जान पाऊंगा, जब तक उनकी एक या दो जनसभाएं देख नहीं लेता।"
यह पूछे जाने पर कि अगले आम चुनाव में राहुल को क्या संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाएगा, पवार ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "इस पर फैसला कांग्रेस लेगी। कांग्रेस बड़ी पार्टी है। राकांपा छोटी पार्टी है। हम इस स्थिति में नहीं हैं कि कांग्रेस की निर्णयात्मक प्रक्रिया पर असर डाल पाएं। मैं नहीं जानता कि बेहतर चुनाव परिणाम आने पर कांग्रेस उन्हें तुरंत प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करेगी..वे कुछ समय इंतजार कर सकते हैं..शायद अगले चुनाव तक।"
उल्लेखनीय है कि शरद पवार की पार्टी राकांपा संप्रग की एक घटक है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख ने एक समाचार चैनल से साक्षात्कार में कहा, "यदि कांग्रेस की स्थिति सुधरती है तो निश्चित रूप से इसका श्रेय राहुल को मिलेगा..यदि विफल रहती है तो भविष्य में उन्हें और कड़ी मेहनत करनी होगी। भाषणों में यदि उन्होंने अपनी बात सही तरीके से नहीं रखी तो जनता उन्हें हाशिए पर डाल देगी।"
पूर्व कांग्रेस नेता पवार ने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में राहुल को जानबूझकर मुख्य प्रचारक के रूप में पेश करने का निर्णय लिया।
मंत्री ने कहा, "मैंने उनकी जनसभाएं नहीं देखी हैं। मुझे राजनीति के भविष्य को लेकर उनसे बातचीत का मौका नहीं मिला है। लेकिन एक चीज है जिसे मैं स्वीकार करता हूं कि वह आम आदमी की तरह यात्राएं करते हैं। वह कई जनसभाओं को सम्बोधित कर रहे हैं। लोग उन्हें किस रूप में ले रहे हैं, यह मैं तब तक नहीं जान पाऊंगा, जब तक उनकी एक या दो जनसभाएं देख नहीं लेता।"
यह पूछे जाने पर कि अगले आम चुनाव में राहुल को क्या संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाएगा, पवार ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "इस पर फैसला कांग्रेस लेगी। कांग्रेस बड़ी पार्टी है। राकांपा छोटी पार्टी है। हम इस स्थिति में नहीं हैं कि कांग्रेस की निर्णयात्मक प्रक्रिया पर असर डाल पाएं। मैं नहीं जानता कि बेहतर चुनाव परिणाम आने पर कांग्रेस उन्हें तुरंत प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करेगी..वे कुछ समय इंतजार कर सकते हैं..शायद अगले चुनाव तक।"
उल्लेखनीय है कि शरद पवार की पार्टी राकांपा संप्रग की एक घटक है।
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