राजनाथ सिंह को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नया अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्हें बधाई देते हुए उनके पूर्ववर्ती नितिन गडकरी ने कहा कि उनके खिलाफ हुई राजनीतिक साजिश के कारण उन्होंने दोबारा अध्यक्ष न बनने का फैसला किया।
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नई दिल्ली:
राजनाथ सिंह को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नया अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्हें बधाई देते हुए उनके पूर्ववर्ती नितिन गडकरी ने कहा कि उनके खिलाफ हुई राजनीतिक साजिश के कारण उन्होंने दोबारा अध्यक्ष न बनने का फैसला किया।
गडकरी ने कहा, मैं उन्हें (राजनाथ सिंह) बधाई देता हूं। मैंने उनके नेतृत्व में काम किया है... उनके पास इतनी क्षमता है कि उनके नेतृत्व में हम 2014 का चुनाव जीत सकते हैं। गडकरी ने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा, जहां तक दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने का सवाल है, एक राजनीतिक साजिश के तहत मेरा नाम एक ऐसे मुद्दे से जोड़ने की कोशिश हुई है, जिससे मेरा संबंध नहीं रहा है।
गडकरी के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों में पूर्ती समूह के अध्यक्ष के रूप में अनुचित व्यापारिक लेन-देन और जमीन हड़पने जैसे आरोप शामिल हैं। उन्होंने हालांकि यह कहते हुए सभी आरोपों से इनकार किया है कि वह पूर्ती समूह से नहीं जुड़े हुए हैं। आयकर विभाग ने मंगलवार को मुंबई में नौ ठिकानों पर छानबीन की, जो पूर्ती समूह से संबंधित छद्म कंपनियों से जुड़े थे। समूह ने हालांकि कहा है कि जिन कंपनियों में छापे मारे गए, वे उससे संबंधित नहीं हैं।
गडकरी ने कहा, कल भी इसी तरह की एक कोशिश की गई और मैंने महसूस किया कि वे मेरा इस्तेमाल कर मेरी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। गडकरी ने कहा कि वह पार्टी हित को खुद से आगे रखना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने दूसरा कार्यकाल न सम्भालने का निर्णय लिया। गडकरी ने कहा, मुझे लगा कि पार्टी सबसे आगे रहनी चाहिए। आर्थिक स्थिति खराब है, महंगाई बहुत अधिक है, विदेशी पूंजी भंडार खाली है, और विदेशी निवेश नहीं आ रहा है। ऐसी स्थिति में यदि जनता किसी विकल्प की तलाश में है, तो वह मानती हैं कि भाजपा के पास हालात बदलने की क्षमता है।
गडकरी ने कहा, मैं उन्हें (राजनाथ सिंह) बधाई देता हूं। मैंने उनके नेतृत्व में काम किया है... उनके पास इतनी क्षमता है कि उनके नेतृत्व में हम 2014 का चुनाव जीत सकते हैं। गडकरी ने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा, जहां तक दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने का सवाल है, एक राजनीतिक साजिश के तहत मेरा नाम एक ऐसे मुद्दे से जोड़ने की कोशिश हुई है, जिससे मेरा संबंध नहीं रहा है।
गडकरी के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों में पूर्ती समूह के अध्यक्ष के रूप में अनुचित व्यापारिक लेन-देन और जमीन हड़पने जैसे आरोप शामिल हैं। उन्होंने हालांकि यह कहते हुए सभी आरोपों से इनकार किया है कि वह पूर्ती समूह से नहीं जुड़े हुए हैं। आयकर विभाग ने मंगलवार को मुंबई में नौ ठिकानों पर छानबीन की, जो पूर्ती समूह से संबंधित छद्म कंपनियों से जुड़े थे। समूह ने हालांकि कहा है कि जिन कंपनियों में छापे मारे गए, वे उससे संबंधित नहीं हैं।
गडकरी ने कहा, कल भी इसी तरह की एक कोशिश की गई और मैंने महसूस किया कि वे मेरा इस्तेमाल कर मेरी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। गडकरी ने कहा कि वह पार्टी हित को खुद से आगे रखना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने दूसरा कार्यकाल न सम्भालने का निर्णय लिया। गडकरी ने कहा, मुझे लगा कि पार्टी सबसे आगे रहनी चाहिए। आर्थिक स्थिति खराब है, महंगाई बहुत अधिक है, विदेशी पूंजी भंडार खाली है, और विदेशी निवेश नहीं आ रहा है। ऐसी स्थिति में यदि जनता किसी विकल्प की तलाश में है, तो वह मानती हैं कि भाजपा के पास हालात बदलने की क्षमता है।
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