जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटे पूरे 4 साल हो गए हैं. तब से अब तक यहां कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं. अब कश्मीर की सड़कों पर दहशत का माहौल नहीं है, बल्कि पर्यटकों की भीड़ नजर आती है. सड़कों पर स्कूल के छात्र पत्थरबाजी करते नजर नहीं आते हैं, स्कूल-कॉलेज पूरे साल खुले रहते हैं. कई विकास की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जिनसे आम लोगों का जीवन बदल गया है. चिनाब नदी के ऊपर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे का ब्रिज बनाया गया है. 53 में से 32 बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं. यहां शारदा मंदिर में 75 साल बाद दिवाली मनाई गई. वहीं, श्रीनगर में 34 साल बाद निकला मुहर्रम का जुलूस निकला.
कानून-व्यवस्था में आया सुधार, बढ़े पर्यटक
अहद होटेल्स एंड रिजॉट्स के आसिफ इकबाल बुर्जों कहते हैं कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद काफी बदलाव आया है. यहां की कानून-व्यवस्था में काफी सुधार आया है, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. वहीं, शिकारा चलाने वाले अब्दुल रज्जाक डार कहते हैं कि हम चाहते हैं, यहां 24 घंटे टूरिस्ट आएं. हवाई यात्रा में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए. इससे हमें बहुत फायदा होगा.
पहुंचे रिकॉर्ड पर्यटक, स्थानीय व्यापारी खुश
सिर्फ जनवरी-फरवरी 2023 में लगभग 4 लाख 70 हजार पर्यटक कश्मीर पहुंचे. जम्मू-कश्मीर के पर्यटन एवं संस्कृति सचिव सैयद आबिद रशीद शाह बताते हैं, "एक करोड़ 88 लाख लोग आजादी के बाद से अब तक सबसे ज्यादा संख्या है, जो जम्मू-कश्मीर आए." पिछले 7 महीनों की बात करें, तो यहां एक करोड़ 27 लाख पर्यटक पहुंचे हैं.
निवेश का अच्छा ठिकाना...
जम्मू-कश्मीर में हालात सुधरे हैं, तो विकास की राहें भी खुल रही हैं. जानकारों का कहना है कि कश्मीर में बदलते हालात को देखते हुए बहुत से लोग अब इसे निवेश के अच्छे ठिकाने के रूप में भी देख रहे हैं. फिर यहां निवेश लाने के लिए शिखर बैठकें हो रही हैं, जिनमें दूसरे देशों के लोग भी आ रहे हैं. कश्मीर के एक कारोबारी मुज्तबा कादरी कहते हैं, "देखिए, उम्मीद तो बहुत है. हमें लगता है कि अगर ट्रैवल एडवाइजरी हट जाएं, और हमें डायरेक्ट कनेक्ट मिले बाहर के वेस्टर्न कस्मर्स से, तो एक्पोर्ट के क्षेत्र में काफी उछाल आ सकता है. दरअसल, अभी तक हमने एक्पोर्ट की संभावनाओं को छुआ भी नहीं है.
बदलाव, जिनसे बदला कश्मीर
- चिनाब नदी के ऊपर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे का ब्रिज.
- दुनिया की सबसे लंबी सिंगल ट्यूब हाईवे टनल.
- श्रीनगर-जम्मू हाईवे को और बेहतर बनाया गया है.
- 53 में से 32 बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं.
- जम्मू-कश्मीर के पर्यटन के क्षेत्र में बड़ा उछाल आया है.
- तीन दशक बाद खुले सिनेमा हॉल.
- जम्मू-कश्मीर को दो नए एम्स मिले हैं.
- यहां शारदा मंदिर में 75 साल बाद दिवाली मनाई गई.
- श्रीनगर में 34 साल बाद निकला मुहर्रम का जुलूस निकला
- जी20 शिखर सम्मेलन पर्यटन बैठक श्रीनगर में आयोजित हुई.
आम कश्मीरी अब किसी के आदेश से बंधा नहीं : LG मनोज सिन्हा
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि सड़क पर हिंसा कम हो गई है, आतंकी संगठनों के बंद के आह्वान अब प्रभावी नहीं हैं, स्कूल और कॉलेज साल भर चलते हैं और परियोजनाएं समय पर पूरी होती हैं. मनोज सिन्हा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "सबसे बड़ी बात यह है कि एक आम कश्मीरी किसी के आदेश से बंधा नहीं है. एक समय था, जब लोग सूर्यास्त से पहले घर पहुंचने की कोशिश करते थे, और अब लोग श्रीनगर शहर में देर रात तक बाहर रहते हैं.
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