लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में मौजूदा हालात को देखते हुए पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार को इलाहाबाद में हुए हिंसक प्रदर्शन के मामले में शनिवार को पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया।
इस बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कानपुर, लखनऊ और इलाहाबाद में हुई घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए शनिवार को कहा कि कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
तीनों शहरों में शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों और ईद को देखते हुए धार्मिक प्रतिष्ठानों और अति संवदेनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के निर्देश शनिवार को जारी किए गए।
मुख्यमंत्री अखिलेश ने शुक्रवार को सूबे में हुई हिंसक घटनाओं पर खेद जताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं कराकर सूबे के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है। लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा।
इससे पहले राज्य के पुलिस महानिदेशक ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
उप्र की राजधानी लखनऊ, इलाहाबाद और कानपुर में शनिवार को हुए उग्र प्रदर्शनों और मुसलमानों के खास त्योहार ईद को देखते हुए सरकार की ओर से सभी धार्मिक प्रतिष्ठानों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डो और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर त्वरित कार्रवाई बल, आरपीएफ और प्रांतीय सशस्त्र बल, पीएसी के जवानों की तैनाती के निर्देश जारी किए गए हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक अम्बरीश चंद्र शर्मा ने भी पूर्वोत्तर के लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। शर्मा ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। वे अफवाहों पर ध्यान न दें। उनकी सुरक्षा हर हाल में की जाएगी।
शर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जिला अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को हमेशा सतर्क रहने का निर्देश जारी किया गया है।
राज्य के प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव ने भी पूर्वोत्तर के लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी के बहकावे में न आएं और किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में उसकी सूचना दें।
इस बीच इलाहाबाद में हालात शांतिपूर्ण होने के बाद शनिवार को कर्फ्यू हटा लिया गया। पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शनिवार को 16 लोगों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
कानपुर और बरेली में अभी भी कुछ जगहों पर एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगाया गया है। कानपुर में अति संवदेनशील जगहों पर सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। बरेली परिक्षेत्र के नौ जिलों से भी ताजा हिंसा की खबरें नहीं आई हैं। ऐहतियात के तौर पर अति संवदेनशील इलाकों में पुलिसकर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि असम हिंसा के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी लखनऊ, इलाहाबाद और कानपुर में उग्र प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए थे।
इस बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कानपुर, लखनऊ और इलाहाबाद में हुई घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए शनिवार को कहा कि कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
तीनों शहरों में शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों और ईद को देखते हुए धार्मिक प्रतिष्ठानों और अति संवदेनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के निर्देश शनिवार को जारी किए गए।
मुख्यमंत्री अखिलेश ने शुक्रवार को सूबे में हुई हिंसक घटनाओं पर खेद जताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं कराकर सूबे के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है। लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा।
इससे पहले राज्य के पुलिस महानिदेशक ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
उप्र की राजधानी लखनऊ, इलाहाबाद और कानपुर में शनिवार को हुए उग्र प्रदर्शनों और मुसलमानों के खास त्योहार ईद को देखते हुए सरकार की ओर से सभी धार्मिक प्रतिष्ठानों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डो और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर त्वरित कार्रवाई बल, आरपीएफ और प्रांतीय सशस्त्र बल, पीएसी के जवानों की तैनाती के निर्देश जारी किए गए हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक अम्बरीश चंद्र शर्मा ने भी पूर्वोत्तर के लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। शर्मा ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। वे अफवाहों पर ध्यान न दें। उनकी सुरक्षा हर हाल में की जाएगी।
शर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जिला अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को हमेशा सतर्क रहने का निर्देश जारी किया गया है।
राज्य के प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव ने भी पूर्वोत्तर के लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी के बहकावे में न आएं और किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में उसकी सूचना दें।
इस बीच इलाहाबाद में हालात शांतिपूर्ण होने के बाद शनिवार को कर्फ्यू हटा लिया गया। पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शनिवार को 16 लोगों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
कानपुर और बरेली में अभी भी कुछ जगहों पर एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगाया गया है। कानपुर में अति संवदेनशील जगहों पर सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। बरेली परिक्षेत्र के नौ जिलों से भी ताजा हिंसा की खबरें नहीं आई हैं। ऐहतियात के तौर पर अति संवदेनशील इलाकों में पुलिसकर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि असम हिंसा के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी लखनऊ, इलाहाबाद और कानपुर में उग्र प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए थे।
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