
मध्य प्रदेश औ महाराष्ट्र बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है. बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल इस पद पर चुने गए हैं. हेमंत खंडेलवाल की राजनीतिक पृष्ठभूमि काफी मजबूत है और उन्हें राजनीति विरासत में मिली है. उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल बीजेपी के वरिष्ठ नेता थे और बैतूल से सांसद रह चुके हैं.
वहीं, रवींद्र चव्हाण महाराष्ट्र भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष हैं.वे चंद्रशेखर बावनकुले का स्थान लेंगे. रवींद्र चव्हाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बेहद करीबी माने जाते हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में डोंबिवली से 77106 मतों के भारी अंतर से उन्होंने जीत दर्ज की. जनवरी 2025 में राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उन्हें प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था. पिछली महायुति सरकार में वे कैबिनेट मंत्री थे, लेकिन विस्तार के दौरान उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया, क्योंकि पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी उन्हें दी जाएगी. करीब 6 महीने तक प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम करने के बाद आज रवींद्र चव्हाण निर्विरोध महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चुने गए.
हेमंत खंडेलवाल की राजनीतिक यात्रा उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल के निधन के बाद शुरू हुई, जब उन्होंने 2008 के उपचुनावों में बैतूल से सांसद के रूप में उनका स्थान लिया. इसके बाद, उन्होंने 2013 में बैतूल से विधायक के रूप में चुनाव जीता और 2018 तक अपना कार्यकाल पूरा किया. 2023 में, वह फिर से विधायक चुने गए और वर्तमान में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सेवा कर रहे हैं.
हेमंत खंडेलवाल की राजनीतिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण पड़ाव आए हैं. 2008 में हुए परिसीमन के बाद बैतूल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हो गई, जिसके बाद पार्टी ने उनकी योग्यता को देखते हुए उन्हें 2010 में बैतूल बीजेपी का जिला अध्यक्ष बना दिया.
खंडेलवाल 2013 से बीजेपी संगठन को मजबूत करते हुए हेमन्त खंडेलवाल ने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे. तत्कालीन शिवराज सिंह चौहान सरकार में उन्हें कई बड़ी जिम्मेदारियां मिली जिन्हें उन्होंने बखूबी अंजाम दिया. हेमन्त खण्डेलवाल भाजपा की कुशाभाऊ ठाकरे भवन निर्माण समिति के प्रमुख भी रहे और उनके निर्देशन में पूरे प्रदेश के कई जिलों में भाजपा का भव्य भवन बनकर तैयार हुआ, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में हेमन्त खंडेलवाल को हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, उन्होंने पार्टी और संगठन के साथ कदम ताल जारी रखा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं