
- मानसून ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश कर जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है.
- हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में तीन दिनों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया था.
- उत्तराखंड के ऋषिकेश में तेज बारिश से जलजमाव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे यातायात बाधित हुआ है.
मानसून अब विदा हो रहा है, लेकिन जाते-जाते भी अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ रहा है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. वहीं, जम्मू-कश्मीर के रियासी जिला स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा लगातार बारिश होने के कारण अगले आदेश तक फिर से स्थगित कर दी गई है.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने शुक्रवार से तीन दिनों तक कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया था. 14 सितंबर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी बारिश का अनुमान लगाया गया था. हालांकि, 15 से 17 सितंबर तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन इसके लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है.
उत्तराखंड में जलजमाव और बाढ़ की स्थिति
उत्तराखंड के ऋषिकेश में बीती रात से हो रही तेज बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. ऋषिकेश-हरिद्वार हाईवे पर मंशादेवी फाटक के पास सड़क पूरी तरह पानी में डूब गई है, जिससे यातायात बाधित हो गया है. जंगल से बहकर आने वाला बरसाती पानी कई घरों में घुस गया है.
प्रशासनिक अधिकारी सतर्क हैं और घाटों तथा नदी-नालों की निगरानी कर रहे हैं. पुलिस, जल पुलिस और एसडीआरएफ (SDRF) के जवान लगातार निगरानी बनाए हुए हैं, क्योंकि कई नदियां और नाले उफान पर हैं.
माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा 19 दिन तक स्थगित रहने के बाद रविवार को फिर से शुरू होने वाली थी. तीर्थस्थल तक जाने वाले मार्ग पर भूस्खलन हो जाने के बाद यात्रा 26 अगस्त को स्थगित कर दी गई थी. इस हादसे में 34 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी जबकि 20 लोग घायल हो गए थे.
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