हिमाचल प्रदेश में 22 और 23 अगस्त को भारी बारिश के बाद गुरुवार को राज्य के कई इलाकों में प्रकृति का कहर बरपा और भयंकर भूस्खलन की वजह से कई घर तबाह हो गए. भारतीय मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक दक्षिणी हिमाचल प्रदेश के जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए आम लोगों से सतर्क रहने को कहा है.
पिछले दो दिनों में हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद गुरुवार को कुल्लू में हुए एक भयंकर भूस्खलन के बाद पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा नीचे आ गया. इसकी वजह से कई घर तबाह हो गए. ऐसे ही हादसे हिमाचल के कई दूसरे इलाकों में भी हुए जिसमें सैकड़ों लोग प्रभावित हुए.
मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल डॉ एम मोहापात्रा कहते हैं, "भारी बारिश की वजह से पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड, मडस्लाइड वगैरह होते हैं. इसके साथ ही जो रिवर बेसिन है उसमें भी पानी बढ़ने से रिवर कैचमेंट एरिया में बाढ़ का खतरा रहता है."
7 से 11 सेंटीमीटर तक बारिश होने का पूर्वानुमान
एनडीटीवी से बातचीत में डॉ एम मोहापात्रा ने कहा, हिमाचल प्रदेश के दक्षिण में जो जिले हैं वहां अगले तीन दिन तक आइसोलेटेड हेवी रेनफॉल की वजह से 7 से 11 सेंटीमीटर तक बारिश होने का पूर्वानुमान है.
संवेदनशील जिलों को चेतावनी जारी
डॉ एम मोहापात्रा ने कहा, "शिमला में मौसम विभाग का जो वेदर स्टेशन है वहां से हम संवेदनशील जिलों के लिए लगातार चेतावनी जारी कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में लोगों को सावधान रहना चाहिए...प्राकृतिक आपदा के दृष्टिकोण से जो भी संवेदनशील इलाके हैं वहां जाने से बचना चाहिए."
हिमाचल प्रदेश पर खतरा अभी टला नहीं है और आम लोगों को तीन दिन और बेहद सतर्क रहना होगा.
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