बेंगलुरु:
विवादों से घिरे कारोबारी विजय माल्या के 'देश से भागने' की बात से इनकार करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री एवं जेडी (एस) के प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने सवाल किया कि कर्ज अदायगी में चूक करने वाले अन्य बड़े कर्जदारों से धन क्यों नहीं वसूला जा रहा है।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह कहना सही है कि माल्या देश छोड़कर भाग गए, गौड़ा ने कहा, 'जिन्होंने जो ट्वीट पोस्ट किए हैं उनके अनुसार, वह समस्या सुलझाने के लिए सरकार और न्यायपालिका की विभिन्न शाखाओं के साथ सहयोग के इच्छुक हैं।' उन्होंने कहा, वह (माल्या) देश के सपूत हैं, वह देश छोड़कर नहीं भाग रहे हैं।
देवगौडा ने कहा, '60 अन्य प्रमुख लोग हैं, जिन्होंने कर्ज अदायगी में चूक की है और केवल माल्या का मामला मीडिया में सुखिर्यां बटोर रहा है। क्यों? मीडिया माल्या के बारे में इसलिए चिंतित है, क्योंकि वह राज्यसभा सदस्य हैं। वरना किसे उनकी तथा उनके मामले की चिंता होती।' हालांकि उन्होंने कहा कि माल्या के खिलाफ कार्रवाई करना सरकार पर निर्भर है। जेडी (एस) के समर्थन के चलते माल्या को वर्ष 2002 और 2010 में कर्नाटक से दो कार्यकाल के लिए राज्यसभा सदस्य बनने में मदद मिली थी।
ऋण वसूली अधिकरण में माल्या के वकील द्वारा इन दलीलों पर टिप्पणी पूछने पर कि माल्या अन्य बड़े चूककर्ताओं की तुलना में बहुत छोटे हैं, उन्होंने कहा, 'चाहे वह बहुत छोटे हों या नहीं, उन्हें बैंकों का ऋण तो चुकाना पड़ेगा। यह जनता का पैसा है।' ये पूछे जाने पर कि क्या वह एक तरह से माल्या का समर्थन कर रहे हैं, देवगौडा ने कहा, 'मैं समर्थन क्यों करूं और मैं कैसे समर्थन कर सकता हूं, जब केंद्र सरकार ने माल्या के खिलाफ कार्रवाई के लिए कदम उठाए हैं।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
यह पूछे जाने पर कि क्या यह कहना सही है कि माल्या देश छोड़कर भाग गए, गौड़ा ने कहा, 'जिन्होंने जो ट्वीट पोस्ट किए हैं उनके अनुसार, वह समस्या सुलझाने के लिए सरकार और न्यायपालिका की विभिन्न शाखाओं के साथ सहयोग के इच्छुक हैं।' उन्होंने कहा, वह (माल्या) देश के सपूत हैं, वह देश छोड़कर नहीं भाग रहे हैं।
देवगौडा ने कहा, '60 अन्य प्रमुख लोग हैं, जिन्होंने कर्ज अदायगी में चूक की है और केवल माल्या का मामला मीडिया में सुखिर्यां बटोर रहा है। क्यों? मीडिया माल्या के बारे में इसलिए चिंतित है, क्योंकि वह राज्यसभा सदस्य हैं। वरना किसे उनकी तथा उनके मामले की चिंता होती।' हालांकि उन्होंने कहा कि माल्या के खिलाफ कार्रवाई करना सरकार पर निर्भर है। जेडी (एस) के समर्थन के चलते माल्या को वर्ष 2002 और 2010 में कर्नाटक से दो कार्यकाल के लिए राज्यसभा सदस्य बनने में मदद मिली थी।
(विजय माल्या की फाइल तस्वीर)
ऋण वसूली अधिकरण में माल्या के वकील द्वारा इन दलीलों पर टिप्पणी पूछने पर कि माल्या अन्य बड़े चूककर्ताओं की तुलना में बहुत छोटे हैं, उन्होंने कहा, 'चाहे वह बहुत छोटे हों या नहीं, उन्हें बैंकों का ऋण तो चुकाना पड़ेगा। यह जनता का पैसा है।' ये पूछे जाने पर कि क्या वह एक तरह से माल्या का समर्थन कर रहे हैं, देवगौडा ने कहा, 'मैं समर्थन क्यों करूं और मैं कैसे समर्थन कर सकता हूं, जब केंद्र सरकार ने माल्या के खिलाफ कार्रवाई के लिए कदम उठाए हैं।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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