New Delhi:
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद जांच एजेंसियों ने हसन अली पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ब्लैक मनी के मामले में घिरे हसन अली को आयकर विभाग ने समन भेजा है और उसे 17 मार्च से पहले पेश होने को कहा गया है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को पूछा था कि हसन अली क्यों खुला घूम रहा है और उससे लॉकअप में पूछताछ क्यों नहीं हो सकती। 2008 में पुणे के उद्योगपति ओर घोड़ों के शौकीन हसन अली पर आरोप लगा था की उसने तकरीबन 36000 करोड़ रुपये स्विस बैंक में जमा कर रखे हैं और यह सिर्फ अभी तक एक ही नाम है जो काले धन के जमाखोरों की लिस्ट में से सावर्जनिक हुआ है।
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