हार्दिक पटेल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को घोषणा की कि वह 'अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना' का गठन करेंगे। उन्होंने कहा, इस संगठन के तहत देशभर के कुर्मी, गुज्जर, मराठा और पटेल समुदायों को एकजुट किया जाएगा। गुजरात में पटेल समुदाय के लिए आरक्षण का आंदोलन चला रहे हार्दिक ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नया संगठन आरक्षण के मुद्दे पर इन समुदायों का समर्थन जुटाने की कोशिश करेगा।
पटेल ने कहा, 'अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना देश के किसानों, मजदूरों और युवाओं के लिए लड़ेगी।' पटेल ने कहा कि वह सरकारी नौकरियों में जाति आधारित आरक्षण के लिए भी लड़ाई लड़ेंगे।
इसके पहले हार्दिक ने कहा था कि वह नौकरियों में उम्मीदवार की आर्थिक स्थिति पर आधारित आरक्षण के लिए लड़ेंगे। पटेल ने अपने उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए अगले महीने राष्ट्रीय राजधानी में एक महासभा आयोजित करने की योजना बनाई है।
देशभर में आंदोलन फैलाएंगे हार्दिक
गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को अपना आंदोलन देशभर में फैलाने की योजना की घोषणा की और इसकी शुरुआत विभिन्न उद्देश्यों के लिए अधिग्रहीत गुर्जरों की भूमि की वापसी की मांग के साथ दिल्ली में गुर्जरों के समर्थन में खड़े होकर की।
पटेल ने कहा कि पटेल, कुर्मी और गुर्जरों का संयुक्त संगठन 'अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना' देश के विभिन्न भागों में इन समुदायों के अधिकारों के लिए काम करेगा।
दिल्ली से शुरुआत करते हुए 22 वर्षीय गुजराती नेता ने कहा, 'जब हम दिल्ली आए, हमें पता चला कि हमारे भाइयों की जमीन मामूली दामों पर अधिग्रहीत की गई है और अब वहां बड़ी-बड़ी इमारतें बन गई हैं।' संयुक्त संगठन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'हमें अपने गुर्जर भाइयों के लिए जंग लड़नी है। जो भी जमीन उपलब्ध है और जहां कोई काम नहीं हो रहा है, उसे हमारे गुर्जर भाइयों को वापस लौटाना चाहिए।'
उन्होंने कहा कि गुर्जरों की जमीन वापसी की मांग के लिए यहां रामलीला मैदान पर एक रैली आयोजित की जाएगी। हालांकि उन्होंने रैली की तारीख नहीं बताई। पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति भवन, अक्षरधाम और संसद जैसे महत्वपूर्ण ढांचे गुर्जर और कुर्मी समुदाय के नेताओं से जमीन अधिग्रहीत करके बनाए गए हैं।
बीजेपी को चेतावनी के स्वर में उन्होंने कहा, 'गुजरात में हमने देखा कि अगर कोई है, जिसने एक प्रधानमंत्री बनाने में मदद की वे हम हैं। इसलिए हमें नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।' पटेलों के लिए आरक्षण के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व करके हार्दिक पटेल अपने गृह राज्य में बीजेपी नीत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि वह नवगठित संगठन को कोई राजनीतिक रूप नहीं देना चाहते, लेकिन उन्होंने कहा कि इस संबंध में जरूरत पड़ने पर फैसला किया जाएगा।
लालजी पटेल को आया धमकी भरा फोन
पटेल समुदाय के लिए आरक्षण आंदोलन शुरू करने वाले सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के संयोजक लालजी पटेल को धमकी भरा फोन आया है, जिसमें उन्हें आंदोलन वापस नहीं लेने पर गंभीर परिणाम की चेतावनी दी गई है।
मेहसाना तालुका पुलिस थाना के उप निरीक्षक पीआर करण ने बताया, 'लालजी पटेल ने बुधवार को एक शिकायत दर्ज करा कर कहा कि बीती रात उनके मोबाइल फोन पर एक अज्ञात व्यक्ति ने दो बार धमकी भरा फोन कॉल किया।' पटेल की शिकायत के मुताबिक उस अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें पटेलों के लिए आरक्षण की मांग के समर्थन में जारी आंदोलन वापस लेने या गंभीर नतीजे भुगतने को तैयार रहने को कहा।
शिकायत के मुताबिक पटेल के सहयोगी हर्षदभाई सोमभाई को किसी अज्ञात व्यक्ति का एक फोन कॉल आया, जिसने उन्हें लालजी पटेल नीत आंदोलन छोड़ने की ताकीद की। सोमभाई ने फोन काट दिया। इसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने लालजी को फोन किया।
अधिकारी ने बताया कि आईपीसी की धारा 507 (आपराधिक धमकी) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है। गौरतलब है कि लालजी ने करीब एक दशक पहले पटेल समुदाय का कोटा आंदोलन शुरू किया था।
पटेल ने कहा, 'अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना देश के किसानों, मजदूरों और युवाओं के लिए लड़ेगी।' पटेल ने कहा कि वह सरकारी नौकरियों में जाति आधारित आरक्षण के लिए भी लड़ाई लड़ेंगे।
इसके पहले हार्दिक ने कहा था कि वह नौकरियों में उम्मीदवार की आर्थिक स्थिति पर आधारित आरक्षण के लिए लड़ेंगे। पटेल ने अपने उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए अगले महीने राष्ट्रीय राजधानी में एक महासभा आयोजित करने की योजना बनाई है।
देशभर में आंदोलन फैलाएंगे हार्दिक
गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को अपना आंदोलन देशभर में फैलाने की योजना की घोषणा की और इसकी शुरुआत विभिन्न उद्देश्यों के लिए अधिग्रहीत गुर्जरों की भूमि की वापसी की मांग के साथ दिल्ली में गुर्जरों के समर्थन में खड़े होकर की।
पटेल ने कहा कि पटेल, कुर्मी और गुर्जरों का संयुक्त संगठन 'अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना' देश के विभिन्न भागों में इन समुदायों के अधिकारों के लिए काम करेगा।
दिल्ली से शुरुआत करते हुए 22 वर्षीय गुजराती नेता ने कहा, 'जब हम दिल्ली आए, हमें पता चला कि हमारे भाइयों की जमीन मामूली दामों पर अधिग्रहीत की गई है और अब वहां बड़ी-बड़ी इमारतें बन गई हैं।' संयुक्त संगठन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'हमें अपने गुर्जर भाइयों के लिए जंग लड़नी है। जो भी जमीन उपलब्ध है और जहां कोई काम नहीं हो रहा है, उसे हमारे गुर्जर भाइयों को वापस लौटाना चाहिए।'
उन्होंने कहा कि गुर्जरों की जमीन वापसी की मांग के लिए यहां रामलीला मैदान पर एक रैली आयोजित की जाएगी। हालांकि उन्होंने रैली की तारीख नहीं बताई। पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति भवन, अक्षरधाम और संसद जैसे महत्वपूर्ण ढांचे गुर्जर और कुर्मी समुदाय के नेताओं से जमीन अधिग्रहीत करके बनाए गए हैं।
बीजेपी को चेतावनी के स्वर में उन्होंने कहा, 'गुजरात में हमने देखा कि अगर कोई है, जिसने एक प्रधानमंत्री बनाने में मदद की वे हम हैं। इसलिए हमें नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।' पटेलों के लिए आरक्षण के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व करके हार्दिक पटेल अपने गृह राज्य में बीजेपी नीत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि वह नवगठित संगठन को कोई राजनीतिक रूप नहीं देना चाहते, लेकिन उन्होंने कहा कि इस संबंध में जरूरत पड़ने पर फैसला किया जाएगा।
लालजी पटेल को आया धमकी भरा फोन
पटेल समुदाय के लिए आरक्षण आंदोलन शुरू करने वाले सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के संयोजक लालजी पटेल को धमकी भरा फोन आया है, जिसमें उन्हें आंदोलन वापस नहीं लेने पर गंभीर परिणाम की चेतावनी दी गई है।
मेहसाना तालुका पुलिस थाना के उप निरीक्षक पीआर करण ने बताया, 'लालजी पटेल ने बुधवार को एक शिकायत दर्ज करा कर कहा कि बीती रात उनके मोबाइल फोन पर एक अज्ञात व्यक्ति ने दो बार धमकी भरा फोन कॉल किया।' पटेल की शिकायत के मुताबिक उस अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें पटेलों के लिए आरक्षण की मांग के समर्थन में जारी आंदोलन वापस लेने या गंभीर नतीजे भुगतने को तैयार रहने को कहा।
शिकायत के मुताबिक पटेल के सहयोगी हर्षदभाई सोमभाई को किसी अज्ञात व्यक्ति का एक फोन कॉल आया, जिसने उन्हें लालजी पटेल नीत आंदोलन छोड़ने की ताकीद की। सोमभाई ने फोन काट दिया। इसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने लालजी को फोन किया।
अधिकारी ने बताया कि आईपीसी की धारा 507 (आपराधिक धमकी) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है। गौरतलब है कि लालजी ने करीब एक दशक पहले पटेल समुदाय का कोटा आंदोलन शुरू किया था।
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