‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने रफ्तार पकड़ी, झंडों के निस्तारण को लेकर चिंता

राष्ट्रीय राजधानी में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के गति पकड़ने के साथ ही रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन (RWA) को उत्सव के बाद इन झंडों के सम्मानजनक निस्तारण (Disposal) की चिंता सताने लगी है.

‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने रफ्तार पकड़ी, झंडों के निस्तारण को लेकर चिंता

आजादी की 75वीं सालगिरह के उपलक्ष्य में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान  की शुरुआत शनिवार को हुई.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी में ‘हर घर तिरंगा' अभियान के गति पकड़ने के साथ ही रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन (RWA) को उत्सव के बाद इन झंडों के सम्मानजनक निस्तारण (Disposal) की चिंता सताने लगी है. पूरे शहर के विभिन्न आरडब्ल्यूए उन तरीकों पर मंथन कर रहे हैं,जिससे राष्ट्रीय ध्वज के अपमान से बचा जा सके. वे सोशल मीडिया पर झंडे को लेकर नियमों के प्रति जागरूकता अभियान चला रहे हैं जबकि उनमें से कुछ एसोसिएशन ने घरों से ध्वज को एकत्र करने का अभियान शुरू किया है ताकि उनका सम्मानजनक निस्तारण किया जा सके.

देश की आजादी की 75वीं सालगिरह के उपलक्ष्य में ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव'' के तहत ‘हर घर तिरंगा' अभियान ('Har Ghar Tiranga' campaign) की शुरुआत शनिवार को हुई. केंद्र सरकार ने लोगों से 13 से 15 अगस्त के बीच अपने-अपने घरों पर तिरंगा लगाने की अपील की है. झंडों के निस्तारण की समस्या पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने कहा कि उसने सफाई सैनिकों को गंदे और जमीन पर पड़े झंडों को अलग से एकत्र करने का विशेष निर्देश दिया है.

एमसीडी के निदेशक (प्रेस एवं सूचना) अमित कुमार ने बताया,‘‘एमसीडी राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा और सम्मान को महत्व देता है. इसी के तहत उसने अपने सफाई सैनिकों को विशेष निर्देश दिए हैं . सफाई वीरों से अस्त-व्यस्त और गंदे पड़े झंडों को एकत्र कर संबंधित जोनल नियंत्रण कक्ष में जमा कराने को कहा हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘इन झंडों का ध्वज संहिता के तहत पूरे सम्मान और गरिमा के साथ निस्तारण किया जाएगा.''

ध्वज संहिता -2002 के तहत अनुसार क्षतिग्रस्त और गंदे झंडे को एकांत में पूरे सम्मान के साथ नष्ट किया जाना चाहिए जिसमें जलाना और अन्य तरीके शामिल हैं. यूनाइटेड रेजिडेंट ज्वाइंट एक्शन (ऊर्जा)के अध्यक्ष अतुल गोयल ने कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस पर लाखों की संख्या में झंडों का इस्तेमाल किया जाएगा और उनका उचित तरीके से निस्तारण होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि झंडे कूड़ेदान में या सड़क पर पड़े मिले. यह हमारा मान है और हमें उसे वह सम्मान देना चाहिए जिसका वह हकदार है. अधिकारियों और हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती इन झंडों का उचित तरीके से निस्तारण है.'' गोयल ने कहा कि ऊर्जा ने सभी आरडब्ल्यूए सदस्यों को परिपत्र जारी कर अपने-अपने इलाकों में झंडों को एकत्रित कर निश्चित स्थान पर जमा कराने को कहा है. उन्होंने कहा, ‘‘ऊर्जा सुनिश्चित करेगा कि झंडो का अपमान नहीं हो.''

पूर्वी दिल्ली आरडब्ल्यूए संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष बी एस वोहरा ने भी राष्ट्रीय ध्वज के निस्तारण को लेकर इसी तरह की चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय ध्वज के अपमान से बचने के लिए, हमने सोशल मीडिया पर अभियान चलाया है और लोगों को इससे संबंधित नियमों की जानकारी दे रहे हैं. समारोह के बाद हम इलाकों में जाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी झंडा सड़क पर नहीं पड़ा हो.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)