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This Article is From Mar 17, 2023

Z+ सुरक्षा और कई और सुविधाएं लेने वाला किरण पटेल कौन ? PMO का अधिकारी बन सुरक्षा में लगाई सेंध

इस ठग ने घाटी में पहली यात्रा फरवरी में की थी. तब उसने हेल्थ रिसॉर्ट्स का दौरा किया था. अर्धसैनिक बल और पुलिस की सुरक्षा के साथ उसके विभिन्न स्थानों की यात्राओं के कई वीडियो हैं.

किरण पटेल खुदको बता रहा था PMO का अधिकारी

श्रीनगर:

गुजरात के ठग किरण भाई पटेल की अगुआई में "ऑफिशीयल टीम" होने का नाटक कर रहे तीन लोग कश्मीर छोड़कर भाग गए. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. हालांकि, पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में उक्त गिरोह के सरगना "सीनियर पीएमओ ऑफीशियल" को श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया है. 

सूत्रों का कहना है कि गुजरात के अमित हितेश पांडिया और जय सीतापारा व राजस्थान के त्रिलोक सिंह भी श्रीनगर के एक पांच सितारा होटल में पटेल के साथ रह रहे थे और प्रधानमंत्री कार्यालय की एक आधिकारिक टीम का हिस्सा होने का ढोंग कर रहे थे. 

पटेल के वकील रेहान गौहर ने राजनीतिक साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके साथ आए दो और लोगों को पुलिस ने छोड़ दिया है. उन्होंने कहा, "मेरे क्लाइंट ने मुझे बताया कि उसके साथ गुजरात के दो और लोग थे. पुलिस ने धारा-164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान भी दर्ज किया है. दोनों को पुलिस ने रिहा कर दिया."

सूत्रों का कहना है कि बडगाम जिले के आधिकारिक दौरे पर एक वरिष्ठ अधिकारी को उनके साथ जाने के लिए कहने के बाद पटेल संदेह के घेरे में आ गए. सूत्रों के मुताबिक अधिकारी ने एक शीर्ष सीआईडी ​​अधिकारी से संपर्क किया. बाद में खुफिया अधिकारियों द्वारा की गई जांच ने धोखेबाज को पकड़ लिया.

सूत्रों का कहना है कि एक आईएएस अधिकारी, जो दक्षिण कश्मीर में जिला मजिस्ट्रेट है, ने शुरू में पुलिस की सुरक्षा शाखा को "वरिष्ठ पीएमओ अधिकारी" के दौरे के बारे में सूचित किया था. 

गौरतलब है कि उक्त ठग खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का वरिष्ठ अधिकारी बताकर जम्मू कश्मीर प्रशासन से जेड-प्लस सुरक्षा, एक बुलेटप्रूफ महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी, पांच सितारा होटल में आधिकारिक प्रवास की सुविधा समेत और भी बहुत सी सुविधा लेने और सुरक्षा व्यवस्था का खुले तौर पर मजाक उड़ाने में कामयाब रहा. 

इस ठग किरण भाई पटेल ने इस साल की शुरुआत में श्रीनगर के अपने दो दौरों के दौरान अधिकारियों के साथ कई बैठकें भी की थीं.

खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में रणनीति और अभियानों का जिम्मा संभालने वाला एडिशनल डायरेक्टर बताने वाले पटेल को करीब 10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने गोपनीय रखा. गुरुवार को मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद यह मामला सामने आया. 

यह स्पष्ट नहीं है कि उसकी गिरफ्तारी के दिन ही एफआईआर दर्ज की गई थी या वह दर्ज करने में कुछ देरी हुई थी.

इस ठग ने घाटी में पहली यात्रा फरवरी में की थी. तब उसने हेल्थ रिसॉर्ट्स का दौरा किया था. अर्धसैनिक बल और पुलिस की सुरक्षा के साथ उसके विभिन्न स्थानों की यात्राओं के कई वीडियो हैं. वह पैरामिलिट्री गार्डों के साथ बडगाम के दूधपथरी में बर्फ के बीच से गुजरता हुआ नजर आ रहा है. वह श्रीनगर में क्लॉक टॉवर लाल चौक के सामने फोटो खिंचवाते हुए भी नजर आ रहा है.

सूत्रों का कहना है कि पटेल ने गुजरात से अधिक पर्यटकों को लाने के तरीकों और दूधपथरी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाने के बारे में चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठकें भी की थीं.

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