
GST की नई व्यवस्था को लागू हुए करीब एक महीना हो चुका है. लेकिन अब भी देश के कई हिस्सों से उपभोक्ताओं की तरफ से सरकार के पास दरों में कटौती के बाद भी कई वस्तुओं कम हुई दरों का फायदा उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचने की शिकायत मिली है. आपको बता दें कि 22 सितंबर से देश भर में GST के घटे हुए रेट लागू हुए हैं. सितंबर के पहले हफ्ते में जीएसटी काउंसिल ने करीब 99% वस्तुओं को 12% GST केटेगरी से हटाकर 5% और बड़ी संख्या में 28% की कैटेगरी में आने वाले वस्तुओं को 18% की कैटेगरी में शिफ्ट करने का फैसला किया था. जिसे नवरात्रि की शुरुआत से देश भर में लागू किया गया है.
शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नेशनल मीडिया सेंटर में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि अभी तक उपभोक्ता विभाग के पास 3000 से ज्यादा शिकायतें रजिस्टर हो चुकी हैं. उपभोक्ता मामलों के विभाग को घटी हुई जीएसटी दर के कार्यान्वयन से जुड़ी शिकायतों बड़े स्तर पर मिली हैं. अब ये संख्या 3169 है. इनमें से 3075 शिकायतें सीबीआईसी को भेज दी गई हैं. उपभोक्ता मामलों के विभाग ने अपने स्तर पर 94 शिकायतों का समाधान किया गया है".
निर्मला सीतारमण ने कहा कि वित्त मंत्रालय GST रेट में कटौती लागू होने के बाद 54 महत्वपूर्ण वस्तुओं की कीमतों में की गई कटौती की गंभीरता से निगरानी की जा रही है. अब तक पोर्टलैंड सीमेंट (Portland cement) को छोड़कर लगभग सभी वस्तुओं की कीमतें जीएसटी रेट के घटने से काफी हद तक कम हो चुकी हैं. वित्त मंत्री के मुताबिक इनपुट टैक्स डिस्क्रिपेंसी की वजह से पोर्टलैंड सीमेंट की कीमतें अनुमान के मुताबिक कम नहीं हुई हैं.
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