अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अपने समूह के कर्मचारियों को हाल ही में एक वीडियो मैसेज में बीते वर्ष को समूह के लिए "असाधारण विरोधाभासों" के रूप में वर्णित किया. उन्होंने कहा कि समूह एक इंटरनेशनल शॉर्ट सेलर और अदाणी हितों का विरोध करने वाले विभिन्न समूहों के हमलों से उबर चुका है. उन्होंने कहा कि समूह इस उथल-पुथल भरे दौर से "अभूतपूर्व मजबूती" के साथ उभरा है.
गौतम अदाणी ने अपने संदेश में कहा, "लगभग 12 महीने पहले, एक इंटरनेशनल शॉर्ट सेलर के हमले से हमारे लचीलेपन का परीक्षण किया गया था. यह दौर इसलिए भी और मुश्किल था, क्योंकि अदाणी ग्रुप के विरोधी हितों वाले विभिन्न समूहों ने अपने स्वयं के उद्देश्यों के लिए शॉर्ट सेलर के दावे का लाभ उठाया... इनका मकसद चिंताओं को बढ़ाकर हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना था. इस दौरान देश की शासन पद्धतियों को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई, जो न केवल हमारे समूह के लिए, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी लागू होती हैं."
प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद अदाणी समूह ने इस बात पर जोर दिया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के साथ पूरा सहयोग किया जाए. समिति की रिपोर्ट में हिंडनबर्ग-अदाणी मामले में कोई नियामक विफलता नहीं पाई गई, जो समूह के खिलाफ आरोपों की निराधार प्रकृति को रेखांकित करती है. गौतम अदाणी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस अनुभव उनके पक्ष में सच्चाई की शक्ति को उजागर करने का काम किया.
गौतम अदाणी ने जोर देकर कहा, "हालांकि, भविष्य में ऐसी चुनौतियों से बचने के लिए हमें मुश्किल दौर में मिली सीखों को ध्यान रखने की आवश्यकता है, लेकिन इसमें भी कोई दो राय नहीं कि शॉर्ट सेलर हमले के प्रति हमारे समूह की प्रतिक्रिया असाधारण थी. हमने न केवल वापसी की, बल्कि रिकॉर्ड-तोड़ परिणाम भी दर्ज किए, जिससे हमारा सबसे चुनौतीपूर्ण वर्ष अभूतपूर्व ताकत की स्थिति के साथ समाप्त हुआ."
अदाणी पोर्टफोलियो कंपनियों ने परिचालन आय में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव किया... ये ₹ 43,000 करोड़ से अधिक तक पहुंच गई, जो वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में रिकॉर्ड तोड़ 47% की वृद्धि है. भविष्य को देखते हुए अदाणी समूह की स्वच्छ ऊर्जा की ओर ध्यान केंद्रित करते हुए, अगले दशक में 100 अरब डॉलर का भारी निवेश करने की महत्वाकांक्षी योजना है. जीक्यूजी पार्टनर्स सहित प्रमुख संस्थागत निवेशकों के समर्थन ने निस्संदेह इस भावना को ऊपर उठाने में योगदान दिया है.
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन ने गर्व से साझा किया, "हमारे 30 साल के इतिहास में हमारी फाइनेंशियल हेल्थ अब पहले से कहीं अधिक मजबूत है और अमेरिका से जीक्यूजी पार्टनर्स, मध्य से इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी, यूरोप से टोटल एनर्जी, और अमेरिकी सरकार का अंतरराष्ट्रीय वित्त विकास निगम जैसी प्रतिष्ठित वैश्विक संस्थाओं के साथ हमारे निवेशक आधार के विस्तार से चिह्नित है." उन्होंने कहा, "यह अदाणी ब्रांड में निवेशकों के भरोसे और विश्वास की स्पष्ट पुष्टि है."
गौतम अदाणी ने अभूतपूर्व परियोजनाओं में उनकी भागीदारी का उल्लेख किया, जिसमें कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क( 30 गीगावॉट हरित ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता) और धारावी का पुनर्विकास शामिल है. समूह ने केरल में विझिंजम बंदरगाह के लिए दुनिया के सबसे कठिन और सबसे गहरे ब्रेकवाटर में से एक का निर्माण और नवी मुंबई हवाई अड्डे के विकास में तेजी लाने जैसी चुनौतीपूर्ण परियोजनाएं भी शुरू कीं, जो सालाना 100 मिलियन यात्रियों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
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