कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे नाम के एक हिस्ट्री-शीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमले के बाद अपराधी पुलिस की एके-47, इंसास रायफल, ग्लॉक पिस्टल और 99 एमएम पिस्टल लूटकर भागे हैं. इस घटना एक डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों ने जान गंवाई है. जबकि बाद में 2 अपराधियों के भी मारे जाने की खबर है. पुलिस ने बताया कि गुरुवार की रात की उक्त घटना के बाद शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ दोबारा हुई मुठभेड़ में दो अपराधी मारे गये हैं. इनमें से एक के पास से पुलिस से लूटा गया एक हथियार बरामद कर लिया गया है. कुछ आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं जिनकी तलाश पुलिस के साथ एसटीएफ भी कर रही है.
पुलिस ने शुक्रवार बताया कि चौबेपुर थाने के बिकरू गांव में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए गुरुवार की देर रात पुलिस टीम गयी थी. दुबे पर 60 आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस दल जैसे ही दुबे के छिपने के ठिकाने पर पहुंचा, अचानक छत से गोलियों की बौछार शुरू हो गयी और पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कांस्टेबल की इस गोलीबारी में मौत हो गयी.
शुक्रवार सुबह कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने 'भाषा' को घटनास्थल से फोन पर बताया, 'कल रात की घटना के बाद सुबह निवादा के पास भागे अपराधियों के साथ एक अन्य मुठभेड़ में दो अपराधी मारे गये हैं, जिनकी पहचान प्रेम प्रकाश पांडेय और अतुल दुबे के रूप में हुई है.
रात में शहीद पुलिसकर्मियों से लूटे गये हथियारों में से एक पिस्तौल शुक्रवार सुबह मुठभेड़ में मारे गये एक अपराधी के पास से बरामद हो गयी है.' उधर कानपुर में एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि सात घायलों में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक हैं. घायलों में थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेंद्र प्रताप सिंह भी शामिल हैं.
इससे पहले आईजी अग्रवाल ने बताया कि फरार अपराधियों के पीछे पुलिस लगी हुई है। जल्द ही वे भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी ने सुबह बताया था कि विकास दुबे कानपुर का शातिर अपराधी और हिस्ट्रीशीटर है जिसके ऊपर 60 मुकदमे दर्ज हैं. कानपुर के राहुल तिवारी नाम के व्यक्ति ने उसके खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया था.
मृतकों में बिल्हौर के क्षेत्राधिकारी डीएसपी देवेंद्र मिश्रा (54), थानाध्यक्ष शिवराजपुर महेश कुमार यादव (42), उप निरीक्षक अनूप कुमार सिंह (32), उप निरीक्षक नेबू लाल (48), कांस्टेबल जितेंद्र पाल (26), सुल्तान सिंह (35), बबलू कुमार (23) और राहुल कुमार (24) शामिल हैं. दुबे के ऊपर 25 हजार रूपये का इनाम घोषित था. उसे एसटीएफ ने राजधानी के कृष्णानगर इलाके से 2017 में गिरफ्तार किया था. उसके पास से एक स्वचालित राइफल और काफी संख्या में कारतूस बरामद किये गये थे. (इनपुट भाषा से भी)
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