उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में तैनात डॉक्टर अखलाक को मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग से निलंबित कर दिया गया. मेरठ के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर अखिलेश मोहन ने अखलाक को निलंबित किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि शासन के आदेश पर मंगलवार को यह कार्रवाई की गई. बसपा विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के मामले के प्रमुख गवाह उमेश पाल की इस साल 24 फरवरी को हत्या करने के आरोपियों को आश्रय देने और पैसे मुहैया कराने के आरोप में अखलाक अहमद को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था.
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि डॉक्टर अखलाक मेरठ जनपद में भावनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाल रोग विशेषज्ञ के रूप में तैनात था.
एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने पूर्व में कहा था कि अखलाक को उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने एक अप्रैल को नौचंदी से गिरफ्तार किया था और फिर प्रयागराज ले जाया गया था.
उमेश पाल और उनके पुलिस सुरक्षा गार्ड संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में पाल के घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत के आधार पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
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