दिल्ली के तिहाड़ जेल में हुए गैंगवार में प्रिंस तेवतिया नाम के एक गैंगस्टर की मौत की खबर आ रही है. पुलिस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार तिहाड़ जेल के जेल नंबर 3 में ये गैंगवार हुई है. इस गैंगवार में जेल के अंदर बंद 5 कैदियों के घायल होने की सूचना है. दो गुटों के बीच हुए गैंगवार की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन इस घटना में घायल कैदियों को दीन दयान उपाध्याय अस्पताल लेकर गई. जहां फिलहाल घायलों का इलाज चल रहा है.
घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में प्रिंस तेवतिया नाम के एक गैंगस्टर की हत्या कर दी गई. प्रिंस पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ 5 से 7 बार चाकू से हमला किया था. इस हमले में प्रिंस बुरी तरह से घायल हो गया. जिसे बाद में आनन-फानन में अस्पताल लेकर जाया गया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस के अनुसार दो गुटों के बीच यह गैंगवार शुक्रवार शाम 5 बजे हुआ है. गैंगवार किस वजह से हुई और घटना के समय कैदियों के पास हथियार कहां से आए, इसकी फिलहाल जांच की जा रही है.
घटना में तीन अन्य कैदी भी हुए घायल
प्रिंस तेवतिया जेल नंबर 3 के वार्ड नंबर 6 में बंद था. इस वार्ड में 380 कैदी हैं. मिल रही जानकारी के अनुसार उसपर 15 संगीन मामले दर्ज थे. शुक्रवार की शाम 5.35 बजे कैदियों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. इस झगड़े के दौरान तेवतिया पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया. इस हमले में तेवतिया समेत तीन और कैदी जिनमें बॉबी, अत्तातुर रहमान और विनय भी घायल हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक सबसे पहले कैदी प्रिंस तेवतिया ने कैदी अत्तातुर रहमान को जेल में दौड़ाकर हमला किया,जवाबी हमले में अत्तातुर ने प्रिंस तेवतिया पर तेजधार हथियार से हमला किया. हमले में घायल होने के बाद पुलिस तवतिया को लेकर अस्पताल पहुंची जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जबकि घटना में घायल अन्य कैदियों का अभी भी इलाज चल रहा है.
रोहित चौधरी गैंग से थी दुश्मनी
पुलिस से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रिंस तेवतिया दक्षिणी दिल्ली का गैंगस्टर था. उसके गैंग की दक्षिणी दिल्ली के ही शातिर अपराधी रोहित चौधरी से दुश्मनी चल रही थी. तेवतिया ने रोहित से बदला लेने के लिए गैंगस्टर लारेंस बिश्वनोई से हाथ मिला लिया था. तेवतिया को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2019 में गिरफ्तार किया था. हालांकि, इस मामले में वो जेल से बाहर आ गया था. लेकिन 2021 में उसे दोबारा क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
गौरतलब है कि तिहाड़ जेल में इस तरह की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले इस जेल में गैंगवार की घटनाएं हो चुकी हैं. कुछ साल पहले भी यहां हुए एक गैंगवार में तिहाड़ जेल के आठ स्टाफ भी घायल हुए थे. जिसमें एक डिप्टी जेलर भी बताया जा रहा था. सभी घायलों को इलाज के लिए दीन दयाल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. ये गैंगवार तब शुरू हुई थी जब डिस्पेंसरी से तीन कैदियों को दिखाकर लाया जा रहा था.
ठीक इसी समय दूसरे गुट के तीन कैदियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में दोनों गुटों की तरफ से नुकीली हथियार और ईटें चली थीं. इनको छुड़ाने के लिए जेल के स्टाफ को काफी मशक्कत करनी पड़ी. गैंगवार में गंभीर रूप से घायल कैदी ईश्वर की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि दूसरी कैदी अनिल को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
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