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This Article is From Feb 28, 2023

"बिना शादी भी बच्चे पैदा करने की छूट", चीन जनसंख्‍या बढ़ाने के लिए कर रहा कैसे-कैसे उपाय

चीन में रूढि़वादी समाज है और वहां सख्‍त नियमों का पालन कराया जाता है. लेकिन इन दिनों चीन की सरकार जनसंख्‍या बढ़ाने के लिए ऐसे कई उपाय अपना रही है, जिन्‍हें जानकर हैरानी हो रही है.

"बिना शादी भी बच्चे पैदा करने की छूट", चीन जनसंख्‍या बढ़ाने के लिए कर रहा कैसे-कैसे उपाय
सोचा नहीं था, आबादी बढ़ाने के लिए ऐसे उपाय अपनाएगा चीन(प्रतीकात्‍मफोटो)
नई दिल्‍ली:

चीन जनसंख्‍या के लिहाज से अभी तक विश्‍व का सबसे बड़ा देश है. यहां 141 करोड़ से ज्‍यादा लोग रहते हैं. जनसंख्‍या के मामले में भारत दूसरे नंबर है. इसके बावजूद चीन इन दिनों देश की जनसंख्‍या बढ़ाने पर जोर देर रहा है. अधिक बच्‍चे पैदा करने के लिए लोगों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं. सवाल उठता है कि आखिर चीन ऐसा क्‍यों कर रहा है? इसका जवाब है चीन की घटती जनसंख्‍या. जी हां, चीन की जनसंख्‍या लगातार घट रही है. घटती जनसंख्‍या से चीन चिंतित है. इसलिए लंबे समय तक जनसंख्‍या नियंत्रण पर जोर देने वाले चीन ने अपनी योजनाएं बदल दी हैं.   

घट रही चीन की जनसंख्‍या...! 
चीन ने लंबे समय तक जनसंख्‍या नियंत्रण के लिए योजनाएं चलाईं. इसका परिणाम यह हुआ कि आज उसकी जनसंख्‍या घटनी शुरू हो गई. हालांकि, चीन को अब घटती आबादी के परिणाम भी नजर आने लगे हैं. 
न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में चीन में 95.6 लाख बच्चों ने जन्‍म लिया था, इस दौरान 1.04 करोड़ लोगों की मौत हुई. साल 1960 के दशक के बाद ये पहली बार था, जब चीन में आबादी घटना शुरू हुई. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो चीन जनसंख्‍या लगातार घटती रहेगी. हालांकि, चीन अकेला ऐसा देश नहीं है, जहां की जनसंख्‍या घट रही है. कई ऐसे देश हैं, जहां घटती आबादी सरकार की चिंता का सबब बनी हुई है. 

चीन के जनसंख्‍या घटना के ये होंगे परिणाम
किसी देश की जनसंख्‍या बढ़ने या घटने के परिणाम धीरे-धीरे नजर आते हैं. हालांकि, जब तक परिणाम नजर आते हैं, तब तक स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगती है. यहीं वजह है कि 2022 में जो आंकड़े सामने आए, उन्‍हें चीन की सरकारी मशीनरी को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. चीन को चिंता है कि अबर जनसंख्‍या घटने का ये क्रम निरंतर जारी रहा, तो वर्कफोर्स यानि 'काम करने वाले लोगों' की कमी होने लगेगी. चीन अब तक अपनी वर्कफोर्स के दम पर ही काफी हद तक आगे बढ़ता रहा है. चीन, दुनिया की सबसे सस्‍ती वर्कफोर्स वाला देश है. इसीलिए कई कंपनियां यहां अपनी प्रोडक्‍शन यूनिट लगाती हैं, ताकि सस्‍ती लेबर मिल सके. अगर वर्कफोर्स के कमी आई, तो चीन की अर्थव्‍यवस्‍था पर आने वाले समय में संकट आ जाएगा.

सोचा नहीं था, आबादी बढ़ाने के लिए ऐसे उपाय अपनाएगा चीन
चीन में रूढि़वादी समाज है और वहां सख्‍त नियमों का पालन कराया जाता है. लेकिन इन दिनों चीन की सरकार जनसंख्‍या बढ़ाने के लिए ऐसे कई उपाय अपना रही है, जिन्‍हें जानकर हैरानी हो रही है. चीन के प्रांत सिचुआन ने नियमों में बदलाव करते हुए अब उन पेरेंट्स को भी मैटरनिटी लीव और मेडिकल खर्चे की सुविधा देना शुरू हुआ है, जिनकी शादी नहीं हुई. सिचुआन में अब बिन ब्याही मांओं को भी उन सरकारी सुविधाओं का फायदा मिलेगा, जो अब तक सिर्फ विवाहित जोड़ों को ही मिलता था. सिचुआन चीन का 5वां सबसे बड़ा प्रांत है. इसकी जनसंख्‍या लगभग साढ़े आठ करोड़ है, जो घट रही है. इसी वजह से सिचुआन प्रॉविंस ने बाकी देश से एक कदम और आगे की सोची है. देश की तीन बच्‍चों की नीति के बजाय सिचुआन ने बच्चों की संख्या पर हर रोक हटा दी है.

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