केंद्र सरकार ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित पर्यटन क्षेत्र (Tourism sector) को उबारने के लिए कई उपायों की घोषणा की है. इन उपायों के तहत सरकार ने भारत आने वाले पांच लाख पर्यटकों को मुफ्त वीजा देने का फैसला किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सोमवार को इन उपायों की घोषणा करते हुए 11,000 पंजीकृत पर्यटक गाइड, यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र के अंशधारकों को वित्तीय समर्थन देने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए वीजा फिर शुरू होने के बाद पहले पांच लाख पर्यटकों को नि:शुल्क वीजा जारी किया जाएगा. इससे सरकार पर 100 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा. यह योजना 31 मार्च, 2022 या पांच लाख वीजा का लक्ष्य पूरा होने तक, जो भी पहले हो, जारी रहेगी.
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वित्त मंत्री ने कहा कि इससे छोटी अवधि के लिए भारत आने वाले पर्यटक उत्साहित होंगे. सरकार ने अपनी देनदारियों को निपटाने या महामारी से प्रभावित कारोबार को फिर शुरू करने के लिए पर्यटन क्षेत्र के लोगों को कार्यशील पूंजी या व्यक्तिगत ऋण उपलब्ध कराने की भी घोषणा की. यात्रा और पर्यटन क्षेत्र के अंशधारको को 10 लाख रुपये तक कर्ज 100 प्रतिशत गारंटी के साथ उपलब्ध कराया जाएगा. पंजीकृत टूरिस्ट गाइड को एक लाख रुपये का कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा.
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए 23,220 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके तहत लघु अवधि के लिए आपात स्तर की तैयारियां की जाएंगी. इसमें विशेष रूप से बच्चों/बाल चिकित्सा/बच्चों के लिए बिस्तर पर जोर रहेगा. वित्त मंत्री द्वारा सोमवार को आर्थिक पुनरुद्धार के लिए कई उपायों की घोषणा की गई. इन्हीं के तहत पर्यटन क्षेत्र के लिए भी उपाय किए गए हैं.
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