भारत सरकार ने कहा कि सूडान में भारतीय दूतावास खुला है और काम कर रहा है, लेकिन कोई भी कर्मचारी वहां नहीं रह रहा है, क्योंकि इमारत खार्तूम में हवाई अड्डे के पास है. वहां सूडानी सेना और आरएसएफ के बीच लड़ाई चल रही है.
सरकार ने सूडान में फंसे भारतीयों से देश की राजधानी खार्तूम में भारतीय दूतावास में नहीं जाने के लिए कहा है. वहां सूडान के सेना प्रमुख अब्देल फत्ताह अल-बुरहान और उनके डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो के प्रति वफादार सुरक्षा बलों के बीच लड़ाई चल रही है. आरएसएफ (RSF) अर्धसैनिक रैपिड बल है और इसकी कमान डागलो के पास है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आज संवाददाताओं से कहा कि दूतावास खुला है और काम कर रहा है, लेकिन वहां कोई कर्मचारी नहीं रह रहा है क्योंकि इमारत खार्तूम में हवाई अड्डे के पास है. वहां सूडानी सेना और आरएसएफ (RSF) के बीच भीषण लड़ाई हो रही है.
बागची ने कहा, "मौजूदा हालात में हम सलाह दे रहे हैं और उन्हें (भारतीयों को) बता रहे हैं कि कैसे सुरक्षित रहना है. दूतावास काम कर रहा है, लेकिन हमने लोगों से कहा है कि वे वहां व्यक्तिगत रूप से न जाएं क्योंकि उस क्षेत्र में भारी लड़ाई चल रही है. वहां लोग नहीं रहते हैं. दूतावास के अंदर कोई भी नहीं है. जो लोग दूतावास में काम करते हैं वे शहर में घरों में रहते हैं."
शनिवार को शुरू हुई लड़ाई में अब तक करीब 300 लोग मारे जा चुके हैं. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, खार्तूम में 50 लाख लोगों के घर हैं. वहां भयंकर युद्ध जारी है. अधिकांश लोग अपने घरों में बिना बिजली, भोजन और पानी के बंद हैं.
बागची ने कहा कि, "हमें इस बात का अंदाजा है कि सूडान में कितने भारतीय हैं. हम सुरक्षा मुद्दों के कारण संख्या और स्थानों में नहीं जाना चाहते. हमने कुछ भारतीयों से उनके सोशल मीडिया पोस्ट देखने के बाद संपर्क किया. हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं."
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