जब राजधानी जैसी गाड़ियों में अव्यवस्था के ये आलम हैं तो अन्य ट्रेन में क्या होंगे, अंदाजा लगाया जा सकता है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
एक तरफ हम बुलेट ट्रेन में तूफानी सफर के सपने बुन रहे हैं वहीं दूसरी तरफ जो ट्रेन चल रही हैं उनमें व्यवस्था में सुधार होता तक नहीं दिख रहा है. नई दिल्ली से बुधवार को रांची के लिए चली राजधानी एक्स्प्रेस ट्रेन में कैटरिंग की खराब व्यवस्था से यात्रियों को हुई भारी परेशानी और उनके गुस्से को देखते हुए रांची से गुरुवार नई दिल्ली के लिए रवाना हुई राजधानी ट्रेन में दक्षिण पूर्व रेलवे के अनेक वरिष्ठ अधिकारी स्वयं यात्रियों के साथ गए. साथ ही रेलवे पूरे मामले की जांच करवा रही है जिसके बाद कैटरिंग ठेकेदार के लिए खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक, इस ट्रेन में यात्रियों को खाना नहीं परोसा गया. कुछ यात्रियों ने जब इस बात को लेकर हंगामा किया. कानपुर आने पर यात्रियों ने स्टेशन से खाना खरीद कर खाया. दक्षिण पूर्व रेलवे के रांची मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नीरज कुमार ने बताया कि बुधवार को नई दिल्ली से चलकर गुरूवार को रांची पहुंची 12454 राजधानी ट्रेन में यात्रियों को कैटरिंग की दुर्व्यवस्था का सामना करना पड़ा जिसकी सूचना मिलते ही वह अपने अन्य अधिकारियों के साथ गुरुवार को यात्रियों से मिलने स्वयं रांची रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और उन्हें आश्वस्त किया कि रेलवे इस तरह की कठिनाई आगे न होने देने के लिए कड़े कदम उठाएगी.
उन्होंने बताया कि यहां से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई राजधानी ट्रेन में खानपान एवं अन्य यात्री सुविधाओं की जांच के लिए रांची रेलवे के सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्रीनिवास सामंत रांची से गढ़वा तक, उसके बाद मुगलसराय मंडल के वाणिज्य प्रबंधक एसएन सिंह एवं बरकाकाना के मंडल परिचालन प्रबंधक राजीव ने भी इस ट्रेन से यात्रा की. इसका परिणाम यह हुआ कि शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंची राजधानी ट्रेन में यात्रियों को किसी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा.
नीरज कुमार ने बताया कि नई दिल्ली से रांची आने वाली ट्रेन में भी भोजन की कमी नहीं थी अलबत्ता कैटरर की लापरवाही से उसे ठीक ढंग से यात्रियों में वितरित नहीं किया जा सका जिससे अव्यवस्था फैल गई.
स बीच उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज शर्मा ने बताया कि चूंकि बुधवार की रांची राजधानी ट्रेन में कैटरिंग की सेवा उत्तर रेलवे के अधीन थी लिहाजा उत्तर रेलवे ने इस ट्रेन में कैटरिंग का ठेका लेने वाली कंपनी दिल्ली की अंबुज कैटर्स के खिलाफ जांच प्रारंभ कर दी है और इस मामले में पूरे तथ्य सामने आने के बाद रेलवे संबद्ध ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि रेलवे ने पहले ही मन बना लिया है कि 12 मई को कैटरर के साथ खत्म हुए अनुबंध का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा साथ ही पूरे तथ्य सामने आने के बाद आवश्यक होने पर उसकी सुरक्षा राशि भी जब्त की जा सकती है.
इससे पूर्व पिछले चार वर्षों से इस ट्रेन में कैटरिंग की सेवा प्रदान कर रही इस कंपनी के खिलाफ भोजन अच्छा न परोसने की लगातार शिकायतें मिलने से रेलवे परेशान था और इसका अनुबंध खत्म करने पर विचार पहले से ही जारी था. दक्षिण पूर्व रेलवे ने बताया कि इस मामले के बीच इस जोन के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक पीके जेना ने भी स्वयं रांची एवं हटिया रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं एवं टिकटिंग की व्यवस्था का निरीक्षण किया और इनमें सुधार के लिए कड़े निर्देश जारी किए.
(इनपुट भाषा से)
जानकारी के मुताबिक, इस ट्रेन में यात्रियों को खाना नहीं परोसा गया. कुछ यात्रियों ने जब इस बात को लेकर हंगामा किया. कानपुर आने पर यात्रियों ने स्टेशन से खाना खरीद कर खाया. दक्षिण पूर्व रेलवे के रांची मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नीरज कुमार ने बताया कि बुधवार को नई दिल्ली से चलकर गुरूवार को रांची पहुंची 12454 राजधानी ट्रेन में यात्रियों को कैटरिंग की दुर्व्यवस्था का सामना करना पड़ा जिसकी सूचना मिलते ही वह अपने अन्य अधिकारियों के साथ गुरुवार को यात्रियों से मिलने स्वयं रांची रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और उन्हें आश्वस्त किया कि रेलवे इस तरह की कठिनाई आगे न होने देने के लिए कड़े कदम उठाएगी.
उन्होंने बताया कि यहां से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई राजधानी ट्रेन में खानपान एवं अन्य यात्री सुविधाओं की जांच के लिए रांची रेलवे के सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्रीनिवास सामंत रांची से गढ़वा तक, उसके बाद मुगलसराय मंडल के वाणिज्य प्रबंधक एसएन सिंह एवं बरकाकाना के मंडल परिचालन प्रबंधक राजीव ने भी इस ट्रेन से यात्रा की. इसका परिणाम यह हुआ कि शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंची राजधानी ट्रेन में यात्रियों को किसी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा.
नीरज कुमार ने बताया कि नई दिल्ली से रांची आने वाली ट्रेन में भी भोजन की कमी नहीं थी अलबत्ता कैटरर की लापरवाही से उसे ठीक ढंग से यात्रियों में वितरित नहीं किया जा सका जिससे अव्यवस्था फैल गई.
स बीच उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज शर्मा ने बताया कि चूंकि बुधवार की रांची राजधानी ट्रेन में कैटरिंग की सेवा उत्तर रेलवे के अधीन थी लिहाजा उत्तर रेलवे ने इस ट्रेन में कैटरिंग का ठेका लेने वाली कंपनी दिल्ली की अंबुज कैटर्स के खिलाफ जांच प्रारंभ कर दी है और इस मामले में पूरे तथ्य सामने आने के बाद रेलवे संबद्ध ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि रेलवे ने पहले ही मन बना लिया है कि 12 मई को कैटरर के साथ खत्म हुए अनुबंध का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा साथ ही पूरे तथ्य सामने आने के बाद आवश्यक होने पर उसकी सुरक्षा राशि भी जब्त की जा सकती है.
इससे पूर्व पिछले चार वर्षों से इस ट्रेन में कैटरिंग की सेवा प्रदान कर रही इस कंपनी के खिलाफ भोजन अच्छा न परोसने की लगातार शिकायतें मिलने से रेलवे परेशान था और इसका अनुबंध खत्म करने पर विचार पहले से ही जारी था. दक्षिण पूर्व रेलवे ने बताया कि इस मामले के बीच इस जोन के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक पीके जेना ने भी स्वयं रांची एवं हटिया रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं एवं टिकटिंग की व्यवस्था का निरीक्षण किया और इनमें सुधार के लिए कड़े निर्देश जारी किए.
(इनपुट भाषा से)
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