मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Madhya Pradesh Former Chief Minister Kamal Nath) के खिलाफ उनके एक बयान को लेकर केस दर्ज किया गया है. भ्रामक जानकारी फैलाने के तहत ये मामला दर्ज हुआ है. कमलनाथ पर धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है. डिजास्टर मैनेजमेंट की धारा 54 की धारा भी लगाई गई है. बीजेपी ने क्राइम ब्रांच को मामला दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया था. कमलनाथ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना को लेकर कहा था कि दुनिया इसे अब भारत से जुड़े वैरिएंट के नाम से जानती है, जिसे पहले चीन के वायरस के तौर पर पहचाना जाता था.
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BJP ने इस बयान को लेकर कमलनाथ पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि बीजेपी की शिकायत के जवाब में कमलनाथ ने कहा था कि मुकदमा दर्ज कराके उन्हें डराया नहीं जा सकता. कमलनाथ ने पिछले हफ्ते कहा था कि पिछले साल दुनिया कह रही थी कि कोविड-19 (COVID-19) महामारी चीनी वायरस के कारण हुई थी. लेकिन अब हमारा देश बदनाम हो गया है. कई देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भारतीय संस्करण के बारे में बात कर रहे हैं.उन्होंने यहां तक कहा कि पहले 'मेरा भारत महान' भारत की विश्वव्यापी पहचान थी, लेकिन अब 'मेरा भारत कोविड' देश की नई पहचान है.
कोरोना से संबंधित तथ्यों और आंकड़ों को दबाने और छिपाने के मौजूदा सरकार के रवैये से समस्या का हल नहीं होगा बल्कि स्थिति और खराब होगी." कमलनाथ ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार कोरोना से नहीं लड़ रही है, लेकिन वास्तव में आलोचना से लड़ रही है. मोदी सरकार कोविड मैनेजमेंट (Covid Management) नहीं कर रही है, बल्कि इमेज मैनेजमेंट में व्यस्त है."
इससे पहले कमलनाथ के एक वीडियो को लेकर एक और विवाद छिड़ा था. बीजेपी ने कहा कि पूर्व सीएम की टिप्पणी से भारत की छवि खराब होती है.एमपी बीजेपी इकाई द्वारा जारी 20 सेकेंड के एक वीडियो में कमलनाथ को एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में कमलनाथ को कांग्रेस कार्यकर्ताओं से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि यह "आग लगाने" ("आग लगा दो") का सही अवसर था ताकि किसानों को न्याय मिल सके.
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