मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार से मांग की है कि कोरोना से हुई मौत को आपदा से हुई मौत माना जाये और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाये. कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में यह मांग की है. इस पत्र में उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई है. प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या छह लाख से अधिक हो चुकी है और अनेक प्रदेशवासी असमय काल कवलित हो चुके हैं.''
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कमलनाथ ने कहा, ‘‘परिजन की असमय मृत्यु होने के कारण अनेक परिवार आज असहाय हो गये हैं. परिवार के मुखिया अथवा आय उपार्जन करने वाले व्यक्ति की मृत्यु से परिवारों की आय समाप्त हो गई है और उनका जीवनयापन कठिन हो गया है. आज ऐसे परिवारों को राहत की अत्यंत आवश्यकता है.''उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं एवं अन्य दुर्घटनाओं से जनहानि होने पर राजस्व पुस्तक परिपत्र 6 (4) के अंतर्गत मृतक के आश्रितों को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिए जाने का प्रावधान है. इस परिपत्र का मुख्य उद्देश्य आपदाग्रस्त परिवार को आर्थिक सहायता एवं राहत दिया जाना है. वर्तमान परिस्थितियों में इस परिपत्र में संशोधन कर, कोरोना से मृत्यु को आपदा मानकर राहत दिया जाना उचित प्रतीत होता है.''
कमलनाथ ने आगे लिखा, ‘‘मेरा आपसे (मुख्यमंत्री चौहान) अनुरोध है कि कोरोना से मृत्यु के प्रकरणों में आश्रितों को सहायता राशि प्रदान किये जाने हेतु राजस्व पुस्तक परिपत्र 6 (4) में आवश्यक संशोधन करने का कष्ट करें, ताकि कोरोना की इन विपरीत परिस्थितियों में आपदाग्रस्त परिवारों को राहत एवं संबल प्राप्त हो सके.''मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के अनुसार प्रदेश में कोरोना वायरस से अब तक 6,24,985 लोग संक्रमित हो चुके हैं और इनमें से अब तक 6,074 लोगों की मौत हो चुकी है.
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हालांकि, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने मंगलवार को दावा किया कि राज्य में कोरोना महामारी से अब तक एक लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
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