
प्रतीकात्मक तस्वीर
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पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे.
36 घंटे चले सर्च ऑपरेशन के बाद तीनों आतंकियों को मार गिराया गया.
जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली.
इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. इस हमले को अंजाम देने के लिए इन आतंकियों में एक पुलिस कॉन्स्टेबल का 16 साल का बेटा भी था. उसने हमले से पहले एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें वो युवाओं को जैश-ए-मोहम्मद में शामिल होने के लिए बढ़ावा दे रहा है. कैंप पर हमले से पहले उसने एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड किया. इस वीडियो में वह सीआरपीएफ के कैम्प पर हमले की योजना बना रहा है. ये वीडियो कश्मीर घाटी में व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. आठ मिनट के इस वीडियो में ये आतंकी युवाओं से जैश-ए-मोहम्मद में शामिल होने की अपील कर रहा है. आतंकी कह रहा है कि अल्लाह ने चाहा, जब यह सन्देश आपके पास पहुंचेगा, मैं पहले ही स्वर्ग में अपने प्रभु का अतिथि हो चुका होउंगा.
जैश के 16 साल के फिदायीन हमलावर ने पुलवामा में CRPF कैंप पर हमले से पहले रिकॉर्ड किया था वीडियो
जैश का फिदायीन आतंकी कड़ाके की ठंड के बीच शनिवार रात दो बजकर 15 मिनट पर कैंप में घुसा था. आतंकियों ने पहले यहां ग्रेनेड से हमला किया और इसके बाद अंधाधुंध फायिरंग शुरू कर दी. सीआरपीएफ जवानों ने जवाबी कार्रवाई की तो आतंकी, कैंप में बनी एक इमारत में घुस गए. जहां आतंकी छुपे हुए थे, वो चार मंजिला इमारत है. बताया जा रहा है कि आतंकी बिल्डिंग के तीसरे और चौथे माले पर मौजूद थे और यहीं से फायरिंग कर रहे थे. इस बिल्डिंग में सीआरपीएफ सेंटर का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक है, जहां कंट्रोल रूम भी है.
रविवार को शाम को चार बजे अंधेरा होने के बाद से सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन को रोक दिया था, जो सोमवार सुबह दोबारा शुरू किया गया. सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबल एक-एक इमारत की तलाशी कर रहे थे. इस सर्च ऑपरेशन के दौरान तीसरे आतंकी का शव मिला.
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सुरक्षाबलों के मुताबिक, यह पहली बार है कि जब किसी फिदायीन या आत्मघाती हमलावर ने हमले से पहले संदेश रिकॉर्ड किया है. सुरक्षाबल इस वीडियो की जांच कर रहे हैं. अधिकारियों की मानें तो ये यह गंभीर चिंता का विषय है. खासकर ऐसे वक़्त में जब हम स्थानीय युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं तो ये अच्छा संकेत नहीं हैं. पिछले एक दो महीने के दौरान सुरक्षाबलों के अपील पर आतंक का दामन थाम चुके चार-पांच युवक वापस मुख्य धारा में वापस आ चुके हैं. सुरक्षाबलों को ये डर सता रहा है कि जब स्थानीय युवकों को सही रास्ते पर नहीं लाया जाएगा, तब तक कश्मीर में आतंकवाद का खात्मा मुश्किल है.
VIDEO: पुलवामा में तीनों आतंकी मार गिराए गए
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