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4 years ago
नई दिल्ली:

Farmers' Protest LIVE Updates: तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन और धरना जारी है. गुस्साए और आंदोलनरत किसानों का एक जत्था दिल्ली बॉर्डर पर ही अड़ गया है और बुराड़ी मैदान जाने से इनकार कर दिया है. उधर कुछ किसानों ने दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका है. सिंघु बॉर्डर अभी भी दोनों ओर से बंद है. दिल्ली पुलिस ने लोगों से वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेने की अपील की है. मुकरबा चौक और जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया गया है. वहां ट्रैफिक जाम है, गाड़ियों का काफिला लगा है. पुलिस ने कहा है कि कृपया सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी और इसके विपरीत, GTK रोड, NH 44 और सिंघु बॉर्डर तक बाहरी रिंग रोड से बचें.

दूसरी तरफ दिल्ली पहुंचे किसानों की आज बैठक हो रही है, जिसमें वो आगे की रणनीति तय करेंगे. इससे पहले शुक्रवार-शनिवार की रात हजारों किसानों ने हरियाणा-दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर गुजारी. बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है. दिल्ली सरकार से बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत मिलने के बाद पंजाब और हरियाणा से किसानों का नया जत्था भी रवाना हो चुका है. बुराड़ी ग्राउंड में किसानों के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.

दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब 15 से 20  हजार किसान आज पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान से दिल्ली में आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंच सकते हैं. इसे देखते हुए पुलिस ने अपने सभी जिलों की यूनिट को अलर्ट पर रखा है. लोकल इंटेलीजेंस यूनिट के भी कई दर्जन अधिकारियों को दिल्ली के सभी  बॉर्डर पर पहले से ही तैनात किया जा चुका है.भोपरा बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर, कासना बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं.

दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का स्वागत ‘अतिथि' के तौर पर करते हुए उनके खाने, पीने और आश्रय का बंदोबस्त किया. राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न प्रवेश बिंदुओं से हजारों किसानों को प्रवेश करने और उत्तरी दिल्ली के मैदान में कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन की अनुमति दी गई है. किसानों के कुछ प्रतिनिधियों ने बुरारी में अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ निरंकारी समागम ग्राउंड का मुआयना किया था.

Here are the live updates of farmers' protest march in Delhi:

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि सिंघू सीमा अभी भी दोनों ओर से बंद है. मुकरबा चौक और जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. कृपया सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी और इसके विपरीत, जीटीके रोड, एनएच 44 और सिंघू बॉर्डर तक बाहरी रिंग रोड से बचें. 

अमित शाह की अपील पर दिल्ली की सिंघू सीमा पर मौजूद भारतीय किसान यूनियन के पंजाब अध्यक्ष जगजीत सिंह ने कहा है कि ''अमित शाह जी ने एक शर्त पर जल्दी मिलने का आह्वान किया है. यह अच्छा नहीं है. उन्हें बिना किसी शर्त के खुले दिल से बातचीत की पेशकश करनी चाहिए. हम अपनी प्रतिक्रिया तय करने के लिए कल सुबह बैठक करेंगे.''

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों से आग्रह किया है कि वे केंद्रीय गृह मंत्री की एक निर्धारित स्थान पर शिफ्ट होने की अपील स्वीकार कर लें. इस प्रकार अपने मुद्दों को हल करने के लिए शुरुआती बातचीत का मार्ग प्रशस्त होगा.

अमित  शाह ने कहा है कि ''यदि किसान संगठन 3 दिसंबर से पहले चर्चा करना चाहते हैं, तो मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जैसे ही आप अपना विरोध प्रदर्शन निर्दिष्ट स्थान पर स्थानांतरित करेंगे, हमारी सरकार अगले दिन आपकी चिंताओं को दूर करने के लिए बातचीत करेगी.''

अमित शाह ने कहा है कि ''कई स्थानों पर, किसान इस ठंड में अपने ट्रैक्टरों और ट्रालियों में रह रहे हैं. मैं उनसे अपील करता हूं कि दिल्ली पुलिस आपको बड़े मैदान में स्थानांतरित करने के लिए तैयार है, कृपया वहां जाएं. आपको वहां कार्यक्रम आयोजित करने के लिए पुलिस अनुमति दी जाएगी.'' 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि ''मैं प्रदर्शनकारी किसानों से अपील करता हूं कि भारत सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है. कृषि मंत्री ने उन्हें 3 दिसंबर को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है. किसानों की हर समस्या और मांग पर विचार करने के लिए सरकार तैयार है.'' 
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिह ने कहा है कि ''खट्टर झूठ बोल रहे हैं कि उन्होंने मुझे पहले फोन करने की कोशिश की और मैंने कोई जवाब नहीं दिया. लेकिन अब उन्होंने मेरे किसानों के साथ जो किया है, उसके बाद मैं उनसे बात नहीं करूंगा, भले ही वे मुझे 10 बार फोन करें. ''
हरियाणा के जींद से किसानों का दिल्ली की ओर कूच करना शनिवार को भी जारी रहा. शुक्रवार देर शाम से ही पंजाब के किसान दिल्ली की ओर रवाना होने शुरू हो गए थे लेकिन काफी किसान किनाना से लेकर पौली गांव तक बन रहे चार लेन मार्ग पर रुके हुए थे. किसान ट्रालियों में लकड़ियां, दूध,सब्जियां, सिलेंडर व अन्य सामान साथ लेकर चल रहे हैं. प्रशासन द्वारा दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों की गिनती के लिए कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है.
'दिल्ली चलो' विरोध मार्च के समर्थन में किसान गाजियाबाद-दिल्ली सीमा पर पहुंच गए हैं. एक किसान ने कहा कि "हम न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में गारंटी चाहते हैं. हम अन्य किसान समूहों के साथ चर्चा करने जा रहे हैं और फिर आगे की योजनाओं पर निर्णय लेंगे." 
एनसीपी के शरद पवार, द्रमुक के टीआर बालू और सीपीआई-एम के सीताराम येचुरी सहित विपक्षी दलों के कई नेताओं ने दिल्ली में किसानों के विरोध मार्च को लेकर बयान जारी किया है. उन्होंने विरोध प्रदर्शन के लिए एक बड़े ग्राउंड की मांग की है. उन्होंने बयान में  लिखा है कि "यह जमीन हजारों लोगों के लिए बहुत छोटी है जो दिल्ली तक पहुंच गए हैं."
सिंघू बॉर्डर पर योगेंद्र यादव और मेधा पाटेकर पहुंचे. योगेंद्र यादव ने कहा कि अगली रणनीति को लेकर कल हमारी मीटिंग है. मैं हैरान हूं कि सरकार के लोग इतने दिन बाद क्यों मिलेंगे. अगर  सरकार से हमारी  बातचीत सफल नहीं हो सकी तो ये आंदोलन अनिश्चितकालीन के लिए चलेगा.
दिल्ली के बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसान कृषि कानूनों का विरोध जारी रखे हैं. एक किसान ने कहा कि "हम उन (सरकार) पर भरोसा नहीं करते हैं, पहले भी चर्चा हो चुकी है लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला है. हम चाहते हैं कि सरकार कानूनों को वापस ले ले."
दिल्ली के बाहरी उत्तर जिले के डीसीपी गौरव शर्मा ने कहा है कि किसानों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति पहले ही दी जा चुकी है. दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों को बुड़ारी मैदान की ओर आगे बढ़ने देने की सुविधा देने के लिए पूरी तरह तैयार है. हम प्रदर्शनकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार करें.
सिंघू में दिल्ली-हरियाणा सीमा पर किसानों की बैठक समाप्त हुई. भारतीय किसान यूनियन, पंजाब के महासचिव, हरिंदर सिंह ने कहा है कि "यह तय किया गया है कि हम यहां अपना विरोध जारी रखेंगे और कहीं और नहीं जाएंगे. हम हर दिन सुबह 11 बजे अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे."
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोके जाने के प्रयास को लेकर शनिवार को सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अहंकार' ने जवान को किसान के खिलाफ खड़ा कर दिया है.
सिंघु बॉर्डर दोनों तरफ से बंद, ट्रैफिक डायवर्ट
सिंघु बॉर्डर अभी भी दोनों ओर से बंद है. दिल्ली पुलिस ने लोगों से वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेने की अपील की है. मुकरबा चौक और जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया गया है. वहां ट्रैफिक जाम है, गाड़ियों का काफिला लगा है. पुलिस ने कहा है कि कृपया सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी और इसके विपरीत, GTK रोड, NH 44 और सिंघु बॉर्डर तक बाहरी रिंग रोड से बचें.

बड़ी संख्या में किसान पंजाब से ट्रैक्टर और लॉरी पर सवार होकर दिल्ली आ रहे हैं.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसान आंदोलन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि ये उनके राज्य के किसान नहीं है. विरोध प्रदर्शनों के लिए पंजाब जिम्मेदार है. खट्टर ने हरियाणा पुलिस को संयम बरतने पर धन्यवाद दिया है. हालांकि हरियाणा पुलिस पर किसानों के ऊपर लाठीचार्ज करने और आंसू गैस के गोले छोड़ने को लेकर आलोचना हो रही है.

कृषि कानून के खिलाफ आंदोलनरत किसानों ने दरियादिली दिखाई है. किसानों ने टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों के बीच फंसे एक एंबुलेस को वहां से निकलने में पूरी मदद की. बता दें कि ये एंबुलेंस टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों के बीच फंस गई थी, जिसे निकालने के लिए किसानों ने तुरंत रास्ता बनाया और एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाने के लिए बैरिकेड को आगे बढ़ाने के लिए आगे बढ़े.
मोदी जी फोटो खिंचवा रहे हैं और लाखों किसान दिल्ली की सड़कों पर कराह रहे: सुरजेवाला

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया है कि वो किसानों की समस्या को नजरअंदाज कर कंपनियों के दफ्तरों में जा-जाकर फोटो खिंचवाने में मस्त हैं, जबकि किसान दिल्ली की सड़कों पर कराह रहे हैं.
किसानों के समर्थन में मेधा पाटकर, केंद्र सरकार पर साधा निशाना
रकार किसानों का मुद्दा सुलझान में रही नाकाम, हम आ रहे दिल्ली: राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार किसानों का मुद्दा सुलझाने में फेल रही है, इसलिए हम दल बल के साथ आंदोलन में शामिल होने अब दिल्ली आ रहे हैं.
कन्हैया कुमार का पीएम मोदी पर तंज
सीपीआई नेता और जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने किसान आंदोलन के बहाने पीएम मोदी पर निशाना साधा है और कहा है,  सुनो साहेब!! ये किसान हैं, बेज़ुबान सरकारी संस्थान नहीं कि अपने दोस्तों के हाथ औने-पौने दाम में बेच दोगे। 
केजरीवाल ने किसानों को क्यों दी दिल्ली आने की इजाजत? AAP क्यों कर रही उनकी खिदमत?

Delhi Chalo Farmer's Protest: दो साल बाद फिर से राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं. किसानों के मुद्दे पर ही शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन टूट चुका है, तब अरविंद केजरीवाल किसानों का साथ देकर एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश कर रहे हैं.

पीएम मोदी का पुतला जलाया

सिंधु बॉर्डर पर किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया
दिल्ली एंट्री के सभी प्वाइंट पर इंटेलिजेंस यूनिट तैनात
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब 15 से 20  हजार किसान आज पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान से दिल्ली में आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंच सकते हैं. इसे देखते हुए पुलिस ने अपने सभी जिलों की यूनिट को अलर्ट पर रखा है. लोकल इंटेलीजेंस यूनिट के भी कई दर्जन अधिकारियों को दिल्ली के सभी  बॉर्डर पर पहले से ही तैनात किया जा चुका है.भोपरा बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर, कासना बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं.
दिल्ली पहुंच रहे हैं किसान

किसान नेता टिकैत के नेतृत्व में किसान सहारनपुर मेरठ होते हुए दिल्ली की तरह पहुंच रहे हैं. भोपरा बॉर्डर गाजियाबाद, अप्सरा बॉर्डर नोएडा कासना बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की तरफ पहुंच रहे हैं. इन किसान नेताओं की दौराला चेकपोस्ट पर एक मीटिंग भी हुई है. राजस्थान से भी किसान धौला कुआ कापासहेडा होते हुए दिल्ली पहुच सकते है ऐसी जानकारी पुलिस को मिली है. इसके अलावा टिकरी और सिंधु बॉर्डर से और किसान दिल्ली पहुचेंगे  पुलिस को जानकारी मिली है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सिंधु बोर्डर के किसान फिलहाल बुराड़ी निरंकारी ग्राउंड जाने को तैयार नही हो रहे है. 
सभी जिलों की यूनिट को किया गया अलर्ट

दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब 15 से 20  हजार किसान आज पंजाब हरियाणा यूपी राजस्थान से दिल्ली में आंदोलन में हिस्सा लेने पहुच सकते है. जिसको देखते हुए पुलिस ने अपने सभी जिलों की यूनिट को खास अर्लट पर रखा है. लोकल इंटेलीजेंस युनिट के भी कई दर्जन अधिकारियों को दिल्ली के सभी  बॉर्डर पर तैनात पहले से ही किया हुआ है.
किसान को ट्रक ने मारी टक्कर, मौत
भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रधान गुरनाम सिह चढूनी ने कहा कि वह पंजाब के किसानों का समर्थन करते हैं. हरियाणा गन्ना संघर्ष समिति के महासचिव बोबी बदौलियों ने कहा कि वह आंदोलन को अपना समर्थन देते हैं. इस बीच आंदोलन में भाग ले रहे किसानों को भिवानी में एक ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे एक किसान की मौत हो गई.
फतेहगढ़ साहिब से किसानों का नया जत्था रवाना
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से किसानों का एक और जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ है. इसके आज दिल्ली पहुंचने की संभावना है. 
टिकरी बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा
पंजाब-हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से किसानों का जत्था दिल्ली पहुंच रहा है. इसे देखते हुए टिकरी बॉर्डर पर भी सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसान संगठनों को 3 दिसंबर को बातचीत का दिया न्यौता

केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से आंदोलन बंद करने का अनुरोध करते हुए कहा कि सरकार उनसे सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है. इस बात पर जोर देते हुए कि नए कृषि कानूनों से किसानों के जीवन स्तर में काफी सुधार होगा, तोमर ने कहा कि सरकार विभिन्न किसान संगठनों के साथ संपर्क में हैं और उन्हें 3 दिसंबर को बातचीत के लिए बुलाया गया है. 

शुक्रवार शाम तक पंजाब से लगी अंतरराज्यीय सीमाओं और दिल्ली जाने वाले राजमार्गों पर लगे हरियाणा पुलिस के सभी अवरोधक हटा लिए गए और सामान्य यातायात की अनुमति दे दी गई.केन्द्र के नये कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के 'दिल्ली चलो' आंदोलन को विफल बनाने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए सभी अवरोधक हटाए जाने के बाद विभिन्न सड़कों पर यातायात सामान्य हो गया है.
दिल्ली चलो : बॉर्डर खुलने के बाद बड़ी संख्या में किसान पंजाब से हरियाणा पहुंचे
 
अंतरराज्यीय सीमाओं से शुक्रवार की शाम अवरोधक हटाए जाने के बाद पंजाब से किसानों के नए जत्थे दिल्ली आने के लिए हरियाणा में प्रवेश कर गए हैं. हालांकि इससे पहले दिन में राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की जद्दोजहद में बड़ी संख्या में किसानों को कदम-कदम पर पुलिस के अवरोधकों, पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोलों का सामना करना पड़ा था. अंतत: बड़ी संख्या में किसान दिल्ली के बुराड़ी मैदान में पहुंच गए हैं.
कई किसान संगठनों का बुराड़ी मैदान जाने से इनकार
भले ही पुलिस ने उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में जाने की अनुमति दे दी हो लेकिन कुछ किसान संगठन बुरारी के निरंकारी मैदान में जाने से इनकार कर रहे हैं. किसानों से कहा गया है कि वे केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ संबंधित मैदान में प्रदर्शन जारी रख सकते हैं. वहीं कुछ किसानों का कहना है कि वे हरियाणा में फंसे किसानों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. कई किसानों का कहना है कि वे या तो रामलीला मैदान जाना चाहते हैं या प्रदर्शन के लिए जंतर-मंतर जाना चाहते हैं.
सिंघु बॉर्ड पर भारी सुरक्षाबल तैनात
दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.


आगे की रणनीति तय करने आज बैठक करेंगे किसान 
पंजाब के किसान नेताओं ने शुक्रवार को बताया कि वे शनिवार को बैठक कर आगे के कदमों के बारे में चर्चा करेंगे. हालांकि ये किसान नेता केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के लिए बुराड़ी जाने के पक्ष में हैं. भारतीय किसान यूनियन (डकौंदा) के अध्यक्ष बूटा सिंह बर्जगिल ने बताया, '' कई किसान नेता अब भी दिल्ली के रास्ते में हैं. हम शनिवार को बैठक करेंगे और आगे के कदमों के बारे में फैसला लेंगे.''

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