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This Article is From Jan 08, 2021

नोएडा : कृषि कानूनों के खिलाफ 15 किसानों ने शुरू की भूख हड़ताल

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ अपने आंदोलन (Farmers Protest) को तेज करते हुए, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के 15 किसान यहां बृहस्पतिवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए.

नोएडा : कृषि कानूनों के खिलाफ 15 किसानों ने शुरू की भूख हड़ताल
किसान दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. (फाइल फोटो)
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
किसान आंदोलन का आज 44वां दिन
भूख हड़ताल पर बैठे नोएडा के 15 किसान
आज किसानों और सरकार के बीच बातचीत
नोएडा:

केंद्र के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ अपने आंदोलन (Farmers Protest) को तेज करते हुए, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के 15 किसान यहां बृहस्पतिवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए, जब​​कि संयुक्त किसान मोर्चा की 'ट्रैक्टर रैली' में भी गौतम बुद्ध नगर में हजारों प्रदर्शनकारियों ने भाग लिया. ये 15 प्रदर्शनकारी किसान भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) के हैं, जो यहां दलित प्रेरणा स्थल पर डेरा डाले हुए हैं, जबकि भारतीय किसान यूनियन (भानु) से जुड़े 11 किसान पहले से ही चिल्ला बॉर्डर पर क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे हैं.

भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) के प्रवक्ता शैलेश कुमार गिरी ने कहा, 'बीकेयू (लोक शक्ति) से जुड़े 15 किसान नए कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाने की मांग को लेकर आज भूख हड़ताल पर बैठे हैं.'

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उन्होंने आगे कहा कि ये प्रदर्शनकारी गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, अलीगढ़, कासगंज समेत कई जिलों के हैं. चिल्ला बॉर्डर पर बीकेयू (भानु) के 11 प्रदर्शनकारियों की भूख हड़ताल बृहस्पतिवार को भी जारी रही, जहां आंदोलन के कारण नोएडा-दिल्ली लिंक रोड आंशिक रूप से बंद रहा.

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किसानों और सरकार के बीच आज (शुक्रवार) आठवें दौर की बैठक होगी. किसानों ने कहा कि उन्हें इस बैठक से कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि सरकार अपने रुख पर कायम है. किसानों ने कहा कि सरकार की मंशा थी कि लंबा आंदोलन चलेगा तो यह कामयाब नहीं होगा लेकिन किसान मन बना चुके हैं कि चाहे आंदोलन एक साल तक चले, वे अपने हक की लड़ाई के लिए दिल्ली बॉर्डर पर डटे रहेंगे.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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