हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के संविधान को बदलकर मनुस्मृति लागू करने की बात कही है. माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर किए गए इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां है.
इस वीडियो का सच जानने के लिए NewsChecker ने कुछ कीवर्ड्स को गूगल पर खोजा, और इस दावे की पुष्टि करने वाली कोई भरोसेमंद ख़बर या क्लिप नहीं मिली. इसके बाद वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल लेंस की मदद से तलाशा गया, और द न्यू इंडियन एक्सप्रेस, और टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा 12 अप्रैल, 2024 को प्रकाशित ख़बरें मिलीं.
इन ख़बरों के मुताबिक राजस्थान के बाड़मेर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए PM ने कहा था कि यदि बाबासाहेब अम्बेडकर खुद भी लौट आएं, तो देश के संविधान को खत्म नहीं कर सकते. इन ख़बरों के अनुसार, रैली के दौरान PM मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि बाबासाहेब को चुनाव में हराने में भी कांग्रेस का हाथ था.
इसके बाद इंटरनेट पर तलाशने पर ABP न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर 12 अप्रैल, 2024 को अपलोड किया गया लगभग 32 मिनट लंबा एक वीडियो मिला, जिसे पूरा देखने-सुनने पर पता चला कि वीडियो में 19:34 मिनट पर PM मोदी कहते हैं, "यदि बाबासाहेब खुद भी आ जाएं, तो देश का संविधान ख़त्म नहीं कर सकते हैं... हमारा संविधान सरकार के लिए गीता है, रामायण है, बाइबिल है, कुरान है, यह सब कुछ हमारे लिए हमारा संविधान है..." इसके बाद वह कांग्रेस और विपक्ष के मैनिफेस्टो की आलोचना भी करते हैं.
पूरा वीडियो सुनने पर पता चलता है कि PM ने अपने संबोधन में कहीं भी मनुस्मृति का नाम तक नहीं लिया. उन्होंने यह भी कहीं नहीं कहा कि वह देश का संविधान बदलकर मनुस्मृति लागू कर देंगे. पड़ताल के दौरान यही वीडियो PM नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल पर भी मिला.
इस तरह जांच से साफ़ हुआ कि PM मोदी ने संविधान बदलकर देश में मनुस्मृति लागू करने की बात कभी नहीं कही. सोशल मीडिया पर अधूरा वीडियो गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है.
यह ख़बर मूल रूप से NewsChecker द्वारा प्रकाशित की गई थी, और इसे शक्ति कलेक्टिव के अंतर्गत NDTV ने पुनर्प्रकाशित किया है.
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