भारत में फेसबुक पर हेट स्पीच को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाने वाले लेख पर विवाद के बीच Facebook India and Central Asia की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर ने पुलिस में शिकायत दी है कि उन्हें फेसबुक और ट्विटर पर कुछ लोग धमकी दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने के साथ भद्दे और अश्लील कमेंट भी किए जा रहे हैं. उन्होंने दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है कि 14 अगस्त के बाद से उन्हें धमकी दी जा रही है. पीड़िता अधिकारी ने 5-6 लोगों के शिकायत में नाम दिए हैं. दिल्ली पुलिस जांच में जुट गई है.
इस अधिकारी ने इस धमकियों के पीछे फेसबुक के खिलाफ अमेरिकी अखबार- Wall Street Journal- में छपे उस आर्टिकल को बताया है, जिसमें कंपनी पर आरोप लगे हैं कि फेसबुक भारत में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से पोस्ट किए जाने वाले हेट स्पीच के पोस्ट को नज़रअंदाज़ करता है.
49 साल की फेसबुक अधिकारी की ओर से रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई और आग्रह किया कि पुलिस उनकी ओर से दिए गए नामों को 'तुरंत गिरफ्तार' करे. अधिकारी ने पुलिस सुरक्षा भी मांगी है. उनकी तरफ से कहा गया है कि 'मैं लगातार डर और धमकियों के बीच में जी रही हूं, खासकर एक महिला होने के नाते. दोषी जानबूझकर ऑनलाइन अकाउंट्स से हमले कर रहे हैं ताकि उनकी पहचान उजागर न हो और वो मेरे बारे में गलत जानकारी फैला सकें और अपना एजेंडा पूरा करने के लिए हिंसा उकसा सकें.'
अधिकारी ने कहा कि 'यह धमकियां वॉल स्ट्रीट जर्नल में 14 अगस्त, 2020 को प्रकाशित लेख से संबंधित हैं, जिसे भारत में कई पब्लिकेशन्स की ओर से तोड़-मरोड़कर प्रकाशित किया गया और जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.'
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है, '14 अगस्त, 2020 की शाम से ही मुझे मेरे शरीर और जिंदगी को लेकर हिंसक धमकियां मिल रही हैं. मैं इस लगातार शोषण से व्यथित हूं. मेरे खिलाफ शेयर किए जा रहे आरोपों और हमलों में मेरी तस्वीरें भी हैं, जो सीधा मेरे और मेरे परिवार के लिए खतरा हैं.' उन्होंने कहा है, 'यह कंटेंट मेरी प्रतिष्ठा को भी चोट पहुंचाता है क्योंकि इसमें मेरे खिलाफ साइबर बुलिंग की जा रही है और भद्दे कमेंट किए जा रहे हैं.'
बता दें कि 'Wall Street Journal' में एक लेख छपा है, जिसमें कहा गया है कि फेसबुक भारत में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के हेट स्पीच और आपत्तिजनक सामग्री को जानबूझ कर नज़रअंदाज करने वाली नीति अपनाता है. लेख में फेसबुक के एक अधिकारी के हवाले से यह भी कहा गया है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को दंडित करने से 'भारत में कंपनी के कारोबार पर असर पड़ेगा.' लेख में कहा गया है कि फेसबुक ने बीजेपी को लेकर व्यापक पैमाने पर गलत तरीके से प्राथमिकता दी है.
Video: राहुल गांधी के आरोपों पर फेसबुक का जवाब
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