नए रायपुर में आयोजित होने वाले कांग्रेस के महाधिवेशन के पहले कोयला लेवी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी ने पूरे देश का ध्यान छत्तीसगढ़ की ओर केंद्रित कर दिया है. ईडी ने कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की. कांग्रेस ने छापेमारी की इस कार्रवाई को बदले की कार्रवाई करार दिया है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने इस मामले में NDTV से विस्तार से बात की. इस सवाल कि ईडी की छापेमारी से कांग्रेस चिंतित होगी और जांच एजेंसी के मुताबिक, कार्रवाई में कई चीजें जब्त हुई हैं और सबूत मिले हैं, बघेल ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे थे कि महाधिवेशन नजदीक आ रहा है, अब ईडी सक्रिय होगी. हुआ भी यही ईडी सक्रिय हुई.
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे कई नेताओं के यहां छापे डाले गए लेकिन मिला कुछ भी नहीं. यह हमारी पार्टी को बदनाम करने के लिए महज खानापूर्ति थी. उन्होंने कहा, "यदि छापे में कुछ मिला तो उसका प्रेस नोट आ जाना चाहिए था कि जिन नेताओं के यहां छापे डाले गए उनके यहां क्या मिला? रायपुर में महाधिवेशन को किस तरह रोका जाए और कांग्रेस को किस तरह से घेरा जाए, ये ईडी की र्कारवाई का उद्देश्य था जिसमें ये असफल रहे.
जिन लोगों के यहां छापे मारे गए वे आपके करीब बताए जा रहे, इस सवाल पर बघेल ने कहा, "जितने लोगों के यहां छापे डाले गए सब मेरे ही करीबी बताए जाते हैं. सारे लोग मेरे करीबी हैं. राज्य की पौने तीन करोड़ जनता है. अभी राज्य विधानसभा चुनाव में हम 90 में से 71 सीट जीते हैं. एक तरह से तीन चौथाई से अधिक सीटों पर हम जीते हैं. 80 फीसदी सीट पर कांग्रेस जीती है ये कांग्रेस को पसंद करते हैं, यह सभी मेरे करीबी हैं. बीजेपी के कुछ लोगों को छोड़ दिया जाए तो सब लोग मेरे अपने ही हैं. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव होता है, केंद्रीय एजेंसी सक्रिय हो जाती है, चुनाव के बाद चले जाते हैं. चुनाव तक ये जाने वाले नहीं है. क्या छापेमारी की कार्रवाई से महाधिवेशन की तैयारी प्रभावित होगी, इसके जवाब में सीएम ने कहा कि हर कोई महाधिवेशन की तैयारी में लगा है. सभी पदाधिकारी, मंत्री और विधायक भी. सबकी अलग-अलग ड्यूटी लगी थी. कोशिश इनकी यही थी इनके यहां छापा डालेंगे तो काम रुक जाएगा.
एक अन्य सवाल पर बोले, "यदि इनके पास ठोस सबूत होते तो अब तक कार्रवाई कर चुके होते. जून महीने से कार्रवाई चल रही है. इनका काम जांच करना नहीं है, इनका काम तलवार लटकाए रखना है. यदि ईडी के पास सही सबूत होता तो ये सारे जो गवाह हैं उनसे से मारपीट नहीं करते, उन्हें अपमानित नहीं करते. पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि ईडी थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करने लगी है, पहले ऐसा नहीं होता था. इसलिए हमने इस बारे में कोर्ट की शरण में जाने का निर्णय लिया है." कही इस सब के पीछे निशाना आप तो नहीं क्योंकि आप कांग्रेस में कई अहम जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं, इस सवाल पर बघेल ने कहा, " मैं इस बात से इत्तेफाक नहीं रखता. कांग्रेस इतनी बड़ी पार्टी है कि यह संभव नहीं कि इसे एक या दो लोग इसे चलाएं. भारत जोड़ो यात्रा के बाद से कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पार्टी की आगे की योजना के बारे में बताया कि 30 जनवरी को भारत जोड़ो यात्रा का समापन हुआ है. 26 जनवरी से हाथ से जोड़ो हाथ अभियान शुरू किया गया है महाधिवेशन में रोड मैप बनेगा कि आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में किसी तरह से जाएंगे?
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