हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला जेल से रिहा हो गए हैं. टीचर भर्ती घोटाला मामले में उन्हें 10 साल की सजा हुई थी. दरअसल, बहुचर्चित जेबीटी घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की सज़ा पूरी हो गई, हालांकि ओम प्रकाश चौटाला परोल पर बाहर ही हैं इसलिये वह सिर्फ जेल की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए तिहाड़ जाएंगे.
जेल में 12वीं की परीक्षा पास की
सजा के समय़ का सदुपयोग करते हुए हरियाणा के 82 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने 12वीं क्लास की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास कर डाली. सजा के दौरान वह तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए बनाए गए सेंटर पर नेशनल ओपन स्कूल द्वारा कराई गई 12वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे. अंतिम परीक्षा 23 अप्रैल को हुई थी. वह इस दौरान पैरोल पर रिहा थे लेकिन चूंकि परीक्षा केन्द्र जेल परिसर के अंदर था, वह वापस जेल आए और परीक्षा में शामिल हुए.
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क्या है जेबीटी मामला
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि CBI की स्पेशल कोर्ट ने 22 जनवरी 2013 को चौटाला समेत कुल 55 आरोपियों को इस मामले में सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी. सीबीआई का आरोप है कि आरोपियों ने अवैध तरीके से 3206 जूनियर बेसिक टीचरों की भर्ती की थी. यह भर्ती 2000 में की गई थी और उस समय ओम प्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री थे. आरोपियों ने निचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील दायर की थी. मामले की सुनवाई के दौरान ओपी चौटाला को मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम जमानत दी गई थी. बाद में हाई कोर्ट ने अक्टूबर, 2014 में उन्हें जेल के सामने सरेंडर करने का आदेश दिया था.
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