हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के पड्डल मैदान में 125 यूनिट तक निशुल्क बिजली योजना समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अगर प्रदेश में निशुल्क बिजली दी जा रही है तो हमारी ये जिम्मेदारी बनती है कि हम बिजली की बचत करें. सभी लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि घर में बिजली की ज्यादा से ज्यादा किफायत की जाए. हमें बिजली के व्यर्थ इस्तेमाल से बचना चाहिए, मुझे भरोसा है कि प्रदेश के लोग इसमें सरकार का पूरा सहयोग करेंगे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारी सरकार ने पहले दिन से ही प्रदेशवासियों के जनकल्याण और उनके जीवन को खुशहाल बनाने के लिए काम किया है. हिमाचल प्रदेश के ऊर्जा राज्य के रूप में जाना जाता है. इसलिए हमारी सरकार ने प्रदेश के गरीब लोगों के लिए लाभ देने के उद्देश्य से 125 यूनिट तक निशुल्क बिजली देने का फैसला लिया. मीटर रेंट के 40 रुपये और सर्विस चार्ज के 15 रुपये भी नहीं लिए जा रहे. प्रदेश के लोगों को 125 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने पर सरकार हर साल 250-300 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
‘14 लाख से अधिक उपभोक्ताओं का बिल आया जीरो'
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के इस निर्णय से इस बार 22 लाख घरेलू उपभोक्ताओं में से 14 लाख 62 हजार से अधिक उपभोक्ताओं का बिजली बिल जीरो आया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की मदद करने की मंशा है. हम सिर्फ बात ही नहीं करते बल्कि लोगों को लाभ कैसे मिले इसके लिए काम करते हैं. बिजली बिल आने से प्रदेश के इन लाखों उपभोक्ताओं की सालाना 5 से 6 हजार रुपये तक की बचत हो रही है.
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