Yes बैंक के संस्थापक राणा कपूर को प्रवर्तन निदेशालय को पूछताछ के लिए अपने दफ़्तर ले गई है. कल रात ED ने मुंबई स्थित उनके घर पर छापा मारा था. इस दौरान यस बैंक से जुड़े दस्तावेज़ खंगाले गए. सूत्रों के मुताबिक ईडी ने शुरुआती जांच में ये पता लगाया है कि यस बैंक ने DHFL को क़रीब 3 हज़ार करोड़ का बैड लोन दिया था. राणा कपूर और DHFL के बीच संबंध का पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है. आरोप है कि कर्ज के बदले में कपूर की पत्नी के खातों में कथित तौर पर रिश्वत की रकम भेजी गई थी. एजेंसी अन्य कथित अनियमितताओं की भी जांच कर रही है. गौरतलब है कि निजी क्षेत्र के यस बैंक की माली हालत खराब होने के चलते RBI ने पैसों की निकासी पर 50 हज़ार रुपये का कैप लगा दिया है यानी बैंक का कोई भी खाताधारक एक महीने में सिर्फ़ 50 हज़ार रुपये ही निकाल सकता है.
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रकम निकासी की शर्तें ये भी हैं कि अगर किसी ग्राहक के एक से ज़्यादा अकाउंट हैं, तो भी वो सभी खातों को मिलाकर सिर्फ़ 50 हज़ार रुपये निकाल पाएगा. ये पाबंदी 5 मार्च से शुरू हुई है जो 3 अप्रैल तक जारी रहेगी. इस दौरान बैंक के बोर्ड पर RBI का कब्ज़ा रहेगा. RBI ने सरकार से विचार-विमर्श के बाद ये फ़ैसला लिया है. लंबे समय से यस बैंक की माली हालत ख़राब है और बैंक पिछले काफ़ी समय से फ़ंड जुटाने की कोशिश कर रहा था.
अब यस बैंक के खाताधारकों पर संकट का साया
इसी बीच यस बैंक के ग्राहकों के लिए एक राहत भरी खबर भी आई है. यस बैंक को बचाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने योजना तैयार कर ली है. चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि एसबीआई यस बैंक में 49 फ़ीसदी तक हिस्सेदारी ख़रीद सकती है जिसके लिए अभी 2450 करोड़ रुपये निवेश करने होंगे. एसबीआई चेयरमैन ने ये भी दोहराया कि खाताधारकों को पैसा सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि सोमवार तक उन्हें अपने जवाब के साथ रिज़र्व बैंक के पास जाना है. उन्होंने कहा कि SBI ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को बता दिया है कि SBI बोर्ड ने यस बैंक में निवेश को सैद्धांतिक मंज़ूरी दे दी है.
Video: डूबते यस बैंक को बचाने के लिए SBI करेगा निवेश
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