
Yes Bank के शेयरों में मंगलवार को जोरदार गिरावट देखने को मिली. शेयर करीब 10 फीसदी टूटकर 20 रुपए के करीब पहुंच गया. सोमवार को शेयर 23.28 रुपए पर बंद हुआ था, लेकिन मंगलवार सुबह ये 21.26 रुपए पर खुला और दोपहर तक गिरते-गिरते 20 रुपए के पास आ गया. पिछले तीन दिनों से शेयर में लगातार तेजी दिख रही थी, लेकिन आज उस पर ब्रेक लग गया.
बड़ी ब्लॉक डील है गिरावट की वजह
शेयर में गिरावट की सबसे बड़ी वजह एक बड़ी ब्लॉक डील मानी जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 9.4 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ, जिसकी कुल वैल्यू करीब 2,022 करोड़ रुपए रही. इस डील में बैंक की करीब 3 फीसदी हिस्सेदारी का सौदा हुआ. हालांकि, इस डील की पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है.
आज हो रही है बोर्ड मीटिंग, फंड जुटाने पर विचार
Yes Bank ने 28 मई को जानकारी दी थी कि बैंक का बोर्ड 3 जून, मंगलवार को बैठक करेगा. इस मीटिंग में बैंक इक्विटी शेयर, डेट सिक्योरिटीज या दूसरे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए फंड जुटाने के प्रस्ताव पर विचार करेगा.
बैंक ये पैसा प्राइवेट प्लेसमेंट, प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट या किसी और स्वीकृत तरीके से जुटा सकता है. ये सब कुछ रेगुलेटरी मंजूरी और शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा.
SMBC की डील पर बैंक ने दी सफाई
Yes Bank के शेयर इन दिनों चर्चा में हैं, क्योंकि हाल ही में Sumitomo Mitsui Banking Corporation (SMBC) से जुड़े एक बड़े निवेश की खबरें आई थीं. 9 मई को बैंक ने बताया था कि SMBC, Yes Bank में 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा. यह हिस्सा उन्हें SBI और कुछ अन्य बैंकों से मिलेगा, जिन्होंने 2020 में बैंक के रिकंस्ट्रक्शन स्कीम के तहत निवेश किया था. डील की कीमत करीब 13,480 करोड़ रुपए बताई गई थी.
खबर यह भी है कि SMBC, बैंक में 6-7 फीसदी का ताजा निवेश भी कर सकता है. अगर ये डील पूरी होती है, तो SMBC को ओपन ऑफर देना पड़ सकता है, जिससे उसका टोटल शेयर 51 फीसदी तक जा सकता है. इसका मतलब ये होगा कि बैंक की मालिकाना स्थिति में बड़ा बदलाव आ सकता है.
RBI से जुड़ी रिपोर्ट का Yes Bank ने किया खंडन
2 जून को Economic Times की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि SMBC, RBI से भारत में फुली ओनड सब्सिडियरी शुरू करने के लिए लाइसेंस मांग सकता है और इसका मकसद Yes Bank में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी हासिल करना है.Yes Bank ने इस रिपोर्ट पर साफ किया है कि बैंक को ऐसी किसी बातचीत की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि बैंक और RBI के बीच किसी तरह के ‘रोडमैप' पर चर्चा की बात तथ्यात्मक रूप से गलत है.
SBI अब भी रहेगा बड़ा शेयरहोल्डर
Yes Bank की एक इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन के मुताबिक, SBI अब भी बैंक का बड़ा शेयरहोल्डर रहेगा और उसके पास 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी होगी.
बता दें कि SBI और दूसरे बैंकों ने मार्च 2020 में बैंक के संकट के समय निवेश किया था. उस वक्त SBI के पास 24 फीसदी और बाकी बैंकों के पास कुल 9.7 फीसदी हिस्सेदारी थी. SMBC के साथ ये डील Yes Bank की आगे की ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के लिए एक बड़ी स्ट्रैटजिक चाल मानी जा रही है, क्योंकि SMBC के पास ग्लोबल लेवल पर बैंकिंग का काफी अनुभव है.
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