
प्रवर्तन निदेशालय ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 18 जुलाई को पंजाब और मुंबई के 4 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. ये छापेमारी चंडीगढ़, लुधियाना, बरनाला और मुंबई में की गई. ये कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई और मामला है पंजाब के निजी नशा मुक्ति केंद्रों में इस्तेमाल होने वाली दवा BNX (बुप्रेनॉर्फिन/नालोक्सोन) की गैरकानूनी बिक्री से जुड़ा हुआ.
ED की जांच के मुताबिक, पंजाब के 22 प्राइवेट डि-एडिक्शन सेंटर्स से जुड़ी इस गड़बड़ी का मुख्य मास्टरमाइंड अमित बंसल है. उसके साथ Rusan Pharma Ltd और ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर के ठिकानों पर भी छापे मारे गए.
क्या है पूरा मामला?
BNX दवा आमतौर पर नशा छोड़ने में मदद के लिए दी जाती है. लेकिन इसकी अवैध तरीके से बिक्री और दुरुपयोग हो रहा था. जांच में सामने आया कि अमित बंसल ने अपने नाम पर 22 नशा मुक्ति केंद्र रजिस्टर करवा रखे थे, जिनके नाम पर वह बड़ी मात्रा में BNX दवा खरीद रहा था.
इन दवाओं को नशा मुक्ति में इस्तेमाल करने की बजाय वह गैरकानूनी तरीके से बेचता था, जिससे उसे कई करोड़ रुपये की अवैध कमाई (Proceeds of Crime) होती थी. दवाओं की कमी को छिपाने के लिए खरीदी गई दवा को रिटर्न दिखा दिया जाता था.
क्या मिला छापेमारी में
- दवाओं का स्टॉक रजिस्टर
- कई प्रॉपर्टी खरीद के दस्तावेज
- बैंक खातों से लेन-देन का डेटा
- ऐसे दस्तावेज जो इस पूरे रैकेट के तरीके और पैसों के लेयरिंग को साबित करते हैं
- अवैध कमाई को बैंक खातों के ज़रिए घुमा-फिराकर कई संपत्तियों में लगाया गया था ताकि उसका स्रोत छिपाया जा सके
जांच अब भी जारी
ED की इस कार्रवाई से पंजाब में चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों की सच्चाई एक बार फिर सामने आई है, जहां इलाज के नाम पर नशे का धंधा चल रहा है. फिलहाल ED की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं. ये एक बड़ा संकेत है कि कैसे ड्रग्स की जड़ें सिर्फ गलियों तक ही नहीं, बल्कि सिस्टम के अंदर तक फैली हुई हैं और अब एजेंसियां इसे उखाड़ने में जुट गई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं