- प्रवर्तन निदेशालय ने धनबाद में कोयला कारोबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 18 ठिकानों पर छापेमारी की.
- ED ने देव प्रभा कंपनी और उसके मालिक एलबी सिंह के आवास तथा अन्य स्थानों से दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए.
- जांच कोयले के काले कारोबार, अनियमित ठेके और अवैध वित्तीय लेनदेन से जुड़े मामलों पर केंद्रित है.
कोयला कारोबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के संदेह में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह धनबाद में बड़ी कार्रवाई की. ईडी की टीम ने बीसीसीएल में आउटसोर्सिंग का कार्य संभालने वाली देव प्रभा कंपनी और उसके मालिक एलबी सिंह से जुड़े ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. तड़के सुबह की गई इस कार्रवाई में धनबाद में एलबी सिंह के आवास देव विला समेत कुल 18 जगहों पर दबिश दी गई. इसके साथ ही दो अन्य कोयला कारोबारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है.
जानकारी के अनुसार ईडी की यह जांच कोयले के काले कारोबार, अनियमित ठेके और धन के अवैध लेनदेन से जुड़े मामलों को लेकर की जा रही है. छापेमारी कार्रवाई के दौरान ईडी ने कई दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन से संबंधित कागजात को अपने कब्जे में लिया है.
ईडी ने केरल में पूर्व विधायक अनवर, अन्य के परिसरों पर छापे मारे
इसके अलावा ईडी ने कथित ऋण ‘धोखाधड़ी' से जुड़ी धन शोधन की जांच के तहत शुक्रवार को केरल में पूर्व विधायक पी वी अनवर और कुछ अन्य के परिसरों पर छापे मारे. यह मामला 2015 में केरल वित्तीय निगम द्वारा कथित धोखाधड़ी से स्वीकृत ऋणों से संबंधित है, जिसके कारण 22.31 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. सूत्रों ने बताया कि ईडी धन शोधन का पता लगाने के लिए आय से अधिक संपत्ति, संदिग्ध बेनामी संपत्ति, रियल एस्टेट परियोजनाओं में धन के हेरफेर एवं अन्य बेहिसाब निवेशों की जांच कर रही है.
अनवर (58) ने केरल की सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने जनवरी में विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
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