
- ED ने रामप्रस्थ ग्रुप के प्रमोटर्स को 1100 करोड़ रुपये के बिल्डर-बायर फ्रॉड मामले में गिरफ्तार किया.
- ईडी ने रामप्रस्थ प्रमोटर्स एंड डेवलपर्स से जुड़े 3 ठिकानों पर छापेमारी भी की.
- जांच में पता चला कि रामप्रस्थ ग्रुप ने 2000 से अधिक होम बायर्स से 1100 करोड़ रुपये जुटाए थे.
ईडी ने 1100 करोड़ के बिल्डर-बायर फ्रॉड मामले में रामप्रस्थ ग्रुप के प्रमोटर्स संदीप यादव और अरविंद वालिया को गिरफ्तार किया है. प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में रामप्रस्थ प्रमोटर्स एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (RPDPL) के डायरेक्टर और प्रमोटर संदीप यादव और अरविंद वालिया के दिल्ली और गुरुग्राम स्थित तीन ठिकानों पर छापेमारी की. जांच के दौरान ईडी ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
इससे पहले 11 जुलाई 2025 को ईडी ने RPDPL और उससे जुड़ी ग्रुप कंपनियों की 681.54 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच किया था. ईडी की जांच में सामने आया कि रामप्रस्थ ग्रुप ने प्रोजेक्ट एज, स्काईज़, राइज़ और रामप्रस्थ सिटी (प्लॉटेड कॉलोनी प्रोजेक्ट) जैसे विभिन्न प्रोजेक्ट्स के नाम पर 2000 से ज्यादा होम बायर्स से करीब 1100 करोड़ रुपये की रकम जुटाई, लेकिन 15-20 साल बीत जाने के बावजूद भी खरीदारों को फ्लैट्स या प्लॉट्स का कब्जा नहीं दिया गया.
ईडी ने मामले में आगे की जांच जारी रखी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं